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CTET JAN 2024: जीन पियाजे, कोहलवर्ग और व्यागोत्सकी के सिद्धांत से पूछे जाने वाले इन सवालों को हल कर, चेक! करें अपनी अंतिम तैयारी
Jean piajet Vygothsky & Kohlberg Theory MCQ For CTET 2024: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की ओर से आयोजित की जाने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षाके आयोजन की उल्टी गिनती प्रारंभ हो चुकी हैदेखा जाए तो परीक्षा आपसे दो सप्ताह बादऑफलाइन माध्यम से21 जनवरी को आयोजित होगी जिसके एडमिट कार्ड जल्द ही जारी कर दिए जाएंगे.ऐसे में परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को अपनी तैयारी पर फोकस बनाए रखना बेहद आवश्यक है ताकि बेहतर परिणाम हासिल किया जा सकेइसी बात को ध्यान में रखते हुए इस आर्टिकल में हम मनोवैज्ञानिकों के सिद्धांत से पूछे जाने वाले प्रश्नों को आपके लिए लेकर आए हैं, जिन्हें परीक्षा के अंतिम चरणों में एक नजर जरूर पढ़ें.
परीक्षा के अंतिम समय में काम आएंगे मनोवैज्ञानिकों के सिद्धांत से पूछे जाने वाले यह सवाल—CTET 2024 question based on jean piajet ,vygothsky & kohlberg theory
Q. लॉरेंस कोहलबर्ग के सिद्धांत में नैतिक तर्कणा के किस चरण पर छात्र मान लेते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति के लिए नियम एक समान प्रकार से लागू किये जाने चाहिए और प्रत्येक व्यक्ति का निजी कर्त्तव्य है कि वे इनका पालन करें?
(A) अच्छा लड़का-अच्छी लड़की अभिविन्यास
(B) दण्ड और आज्ञापालन अभिविन्यास
(C) यंत्रीय प्रयोजन अभिविन्यास
(D) सामाजिक – क्रम को बनाए रखने का अभिविन्यास
Ans- (D)
Q. अवस्था में बच्चे लाक्ष्णिक कार्य करना प्रारंभ कर देते हैं। और उनमें भाषा कौशल तेजी से विकसित होता है ?
(A) अमूर्त – संक्रियात्मक
(B) मूर्त-संक्रियात्मक
(C) पूर्व-संक्रियात्मक
(D) संवेदीगामक/पेशीय
Ans- (C)
Q. एक 5 वर्ष की बच्ची यह तर्क करने में विफल रहती है कि जब पानी को एक लंबे और सर्कोण गिलास से एक चौड़े बर्तन में स्थानांतरित किया जाता है तो पानी की मात्रा समान रहती है। पियाजे के अनुसार इसका क्या कारण है ?
(A) वह प्रतिवर्ती सोच नहीं रखती।
(B) वह लक्ष्य-निर्देशित व्यवहार नहीं कर सकती।
(C) वह प्रतीकों का इस्तेमाल नहीं कर सकती।
(D) वह नकल नहीं कर सकती।
Ans- (A)
Q. लेव वायगोत्सकी के सिद्धांत के अनुसार हमारी संज्ञानात्मक संरचनाओं की बनावट व हमारी संज्ञानात्मक प्रक्रियाओं में बदलाव किसके द्वारा होता है ?
(A) ईनाम
(B) सांस्कृतिक उपकरण
(C) स्कीमा
(D) संज्ञानात्मक द्वन्द
Ans- (B)
Q. वायगोत्सकी के अनुसार, इनमें से कौन-सा कारक संज्ञानात्मक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ?
(A) भाषा
(B) परिपक्वता
(C) संगठन
(D) संतुलन
Ans- (A)
Q.कोहलबर्ग के किस चरण में व्यक्ति तर्क करते हैं कि सही कार्यवाही विवेक के स्व-चुने हुए नैतिक सिद्धांतों द्वारा परिभाषित की जाती है,
(A) अच्छी लड़की अच्छा लड़का अभिविन्यास
(B) सामाजिक अनुबंध अभिविन्यास
(C) सामाजिक व्यवस्था बनाने का अभिविन्यास
(D) सार्वभौमिक नैतिक सिद्धांत अभिविन्यास
Ans- (D)
Q. अनीता ने रश्मि का कलम ले लिया और प्रतिशोष रश्मि ने अनीता का भोजन खा लिया। पूजा यह सब देख रही थी किन्तु उसने अध्यापिका को सूचित नहीं किया, क्योंकि दोनों ने एक-दूसरे से बदला ले लिया था। लॉरेंस कोहलबर्ग के अनुसार, पूजा नैतिक विकास की कौन-सी अवस्था पर है ?
(A) “अच्छा लड़का, अच्छी लड़की उन्मुखीकरण
(B) सामाजिक व्यवस्था बनाए रखने का उन्मुखीकरण
(C) दण्ड और आज्ञापालन उन्मुखीकरण
(D) यांत्रिक उद्देश्य उन्मुखीकरण
Ans- (D)
Q. अमन एक पहेली के टुकड़ों को ठीक से लगाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वह सही जगह पर सही हिस्सों को फिट करने के लिए संघर्ष करता है। कैसे, क्या, क्यों के रूप में उसकी माँ उसे संकेत प्रदान करती है। लेव वायोगोत्स्की के सीखने के सिद्धांत के अनुसार सीखने की यह प्रक्रिया क्या करेगी?
(A) बच्चे को अभिप्रेरित करेगी
(B) उसे आक्रामक बना देगी
(C) अधिगम के लिए पाड़ का काम करेगी
(D) सीखने में मदद नहीं करेगी
Ans- (C)
Q. अकरम किसी एक ब्लॉक के समूह के साथ खेलते हुए स्वंय को निर्देश देता रहता है। लेव वायगोत्स्की के सिद्धांत के अनुसार अकरम के इस वाचन को क्या कहेंगे ?
(A) आत्मकेन्द्रत वाचन
(B) व्यक्तिगत वाचन
(C) सामूहिक वाचन
(D) सामाजिक वाचन
Ans-(B)
Q. समायोजन घटित होता है, जब-
(A) बच्चे अपने अनुभवों को वर्त में सम्मिलित करने के लिए उ करते हैं। कीमाओं रूपांतरण
(B) बच्चे अपने वर्तमान स्कीमाओं में परिवर्तन करके नए अनुभवों के अभिप्राय को समझते हैं।
(C) बच्चें अपने स्कीमाओं को असंबद्धित खण्डों में बाँट देते हैं।
(D) बच्चे अपने मूर्त अनुभवों की जगह अमूर्त विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
Ans- (B)
Q. 9 वर्षीय लीला ने बट बटनों के संग्रह को उल माप के अनुसार, वर्गीकृत किया। फिर उसने सभी समूहों के बट को एकत्रित कियान फिर उन्हें उनके छेदों के आधार पर दोबारा वितरित किया। जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत के अनुसार लीला विकास के चरण पर है –
(A) पूर्व संक्रियात्मक
(B) अमूर्त संक्रियात्मक
(C) मूर्त संक्रियात्मक
(D) संवेदी-चालक
Ans-(C)
Q. किस अवस्था में बच्चे वस्तु स्थायित्व की समझ तो बना लेते हैं परंतु यहा नहीं समझ पाते कि क्रियाएं परिवर्तनीय है और उनके निर्णय चीजों की मौजूदा दिखावाट पर निर्भर करते हैं ?
(A) संवेदी-चालक
(B) पूर्व-संक्रियात्मक
(C) मूर्त-संक्रियात्मक
(D) अमूर्त- संक्रियात्मक
Ans-(B)
Q. लेव व्यागोत्सकी का मानना था कि–
(A) सीखना केवल ज्ञान का अवशोषण है।
(B) सीखना ईनाम के प्रति एक नियंत्रित प्रतिक्रिया, है।
(C) ज्ञान को शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को निष्क्रिय तरीके से पोषित किया जा सकता है।
(D) ज्ञान का सहनिर्माण उस क्षेत्र में होता है जो बच्चे के स्वतंत्र रूप से कार्य करने व दूसरों की मदद से करने में है।
Ans- (D)
Q. लोरेंस कोहलबर्ग के सिद्धांत के अनुसार किस चरण पर नैतिक, चिन्तन शुरूआती सामाजिक परिपेक्ष पर आधारित होता है ?
(A) पूर्व पारंपरिक चरण
(B) पारंपरिक चरण
(C) उत्तर पारंपरिक चरण
(D) दूरस्त पारंपरिक चरण
Ans-(B)
Q. जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के किस चरण पर बच्चा समझ बना लेता है कि प्रतीकों का इस्तेमाल वस्तुओं को प्रतिनिधित्व करने को लिए किया जा सकता है, अगर बच्चे के सामने ‘साईकिल नहीं है तब भी ‘साईकिलशब्द सुनकर उसके मस्तिष्क में एक प्रतिबिंब बन जाता है
(A) पूर्व-परंपरागत अवस्था
(B) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था
(C) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(D) अमूर्त संक्रियात्मक अवस्था
Ans- (B)
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