Child Development and Pedagogy
Latest Mcq of Child Development and Pedagogy | for MP TET Grade 3
Child Development and Pedagogy Objective Questions For CTET, MP TET, UPTET
इस पोस्ट में हम आपके साथ बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र (Latest Mcq of Child Development and Pedagogy) की कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर सांझा कर रहे हैं। जो मध्यप्रदेश में इस वर्ष आयोजित होने वाली पात्रता परीक्षा MP TET grade-3 तथा जुलाई के महीने में आयोजित होने वाली परीक्षा CTET की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस आर्टिकल में हमने लगभग 45 प्रश्नों को आपके साथ शेयर किया है जो आपको इन टीचर एग्जाम को कॉलीफाई करने में मददगार साबित होंगे।
बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर (Child Development and Pedagogy MCQ)
1.अध्यापक के दृष्टिकोण से प्रतिभा शीलता किसका संयोजन है?
- उच्च योग्यता- उचित रचनात्मकता- उच्च वचन बदला
- उच्च प्रेरणा- उच्च वचन बद्धता – उच्च क्षमता
- उच्च योग्यता- उच्च क्षमता- उच्च वचनबद्धता
- उच्च क्षमता- उच्च सर्जनात्मकता- उच्च स्मरण शक्ति
2.NCF-2005 के अनुसार के अनुसार गलतियां इस कारण महत्वपूर्ण होती हैं?
- यह कक्षा के कुछ बच्चों को हटाने के लिए आधा स्थान उपलब्ध कराती हैं
- यह अध्यापकों को बच्चों को डांटने के लिए एक तरीका उपलब्ध कराती है
- यह बच्चे के विचार की अंतर्दृष्टि उपलब्ध कराती है तथा समाधान ओं को पहचानने में सहायता करती है
- यह विद्यार्थियों को उत्तरिणं एवं अनुतीर्ण समान में वर्गीकृत करने के लिए मह्तवपूर्ण उपकरण है
3.‘आउट ऑफ द बॉक्स’ चिंतन किससे संबंधित है?
- अनुकूल चिंतन
- स्मृति आधारित चिंतन
- अपसारी चिंतन
- अभिसारी चिंतन
4.वंचित समूहों के विद्यार्थियों को सामान्य विद्यार्थियों के साथ साथ पढ़ना चाहिए इसका अभिप्राय है-
- समावेशी शिक्षा
- विशेष शिक्षा
- एकीकृत शिक्षा
- अपवर्जक शिक्षा
5.विकृत लिखावट से संबंधित लिखने की योग्यता में कमी किस का एक लक्षण है?
- डिसग्राफिया B. डिस्प्रेक्सिया
- डिस्केलकुलिया D. डिस्लेक्सिया
6.शिक्षार्थियों को सबसे कम प्रतिबंध विद्यालय वातावरण में रखने के माध्यम से विद्यालय-
- लड़कियों और अलाभान्वित वर्गों के लिए शैक्षिक अवसरों को सम्मान करता है|
- वंचित वर्ग के बच्चों के जीवन को सामान्य करता है जो इन बच्चों के समुदायों और अभिभावकों के साथ विद्यालय के संबंध को बढ़ा रहा है|
- विज्ञान मेला और प्रश्नोत्तरी जैसी गतिविधियों में लायन विद वर्ग के बच्चे को भागीदार बनाता है|
- दूसरे बच्चों को संवेदनशील बनाता है कि वह लाभान्वित बच्चों को दबाए नहीं और उन्हें निशाना दिखाएं|
7.एकाग्रता समय के साथ मेल बैठाने के लिए एक दत्त कार्य को पूरा करने के लिए आवंटित समय को घटाना और चरणबद्ध तरीके से इस एकाग्रता समय को बढ़ाना निम्नलिखित में से किस प्रकार के विकार को निबटने के सर्वाधिक उपयोगी है?
- अशांत कारी व्यवहार संबंधी विकार
- डिसफासिया
- संवेदी एकीकरण विकास
- एकाग्रता हास् अक्रियाशील विकास
8.निम्नलिखित में से कौन सा उपागम अशांत कारी व्यवहार संबंधी विकार वाले बच्चों के साथ व्यवहार करने के लिए बच्चों को उसके आसपास के लोगों और सामाजिक संस्थाओं के साथ अंतः क्रिया करने का सुझाव देता है? A. मनोगत्यात्मक
- पर्यावरणीय
- जीव वैज्ञानिक
- व्यवहारवादी
9.रेन जूली प्रतिभाशाली की अपनी….. परिभाषा के लिए जाने जाते हैं?
- चार पंक्तिय
- चार स्तरीय
- त्रि वृत्तीय
- त्रि मुखिया
10.प्रतिभाशाली शिक्षार्थियों के लिए-
- अभिक्षमता को कौशल के रूप में समझाना सही है|
- प्रगति के निरीक्षण करने की आवश्यकता नहीं है|
- शिक्षक को अनुकूलन करना चाहिए जैसे शिक्षार्थी में बदलाव आता है|
- शिक्षक को पहल करनी चाहिए और समस्या समाधान में मुख्य भूमिका निभानी चाहिए|
11.इनमें से कौनसी अधिगम अशक्तता वाले बच्चों की एक विशेषता है?
- 50 से नीचे की बुद्धि लब्धि|
- धाराप्रवाह रूप में बढ़ने तथा शब्दों पर पलट कर जाने में कठिनाई|
- अन्य बच्चों को धमकाना तथा आक्रामक कार्यों में लगे रहना|
- एक ही प्रकार की गत्यात्मक प्रिया को बार-बार दोहराना|
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12.एक अध्यापिका समाज के वंचित वर्गों से लाए बच्चों की आवश्यकताओं के प्रति प्रभावशाली तरीके से प्रतिक्रिया निम्नलिखित द्वारा कर सकती है-
- अन्य बच्चों को वंचित वर्ग से आए बच्चों के साथ सहयोग करने के लिए कहना तथा विद्यालय के तरीकों को सीखने में उनकी सहायता करने के लिए कहना|
- वंचित वर्ग से आए बच्चों को विद्यालय के नियमों एवं अपेक्षाओं के प्रति संवेदनशील बनाना ताकि वे उनका अनुपालन करें|
- विद्यालय व्यवस्था तथा स्वयं के उन तौर-तरीकों के बारे में विचार करना जिनसे पक्षपात एवं जोड़ी बताएं झलकती हैं|
- इनमें से कोई नहीं |
13.समावेशी शिक्षा के पीछे मूलाधार यह है कि-
- समाज में विभिन्नता है और विद्यालयों को इस विभिन्नता के प्रति संवेदनशील होने के लिए समावेशी होने की आवश्यकता है|
- प्रत्येक बच्चे के निष्पादन के लिए मानव एक समान तथा मानकीकृत होने चाहिए|
- हमें विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के ऊपर दया करने की आवश्यकता है|
- विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए अलग विद्यालयों की व्यवस्था करना लागत प्रभावी है|
14.” पाठ्य चर्चा ऐसी हो जो पाठ्यपुस्तक के ज्ञान को पुनः प्रस्तुत करने के स्थान पर बच्चों को अपनी आवाज पाने, का, प्रश्न पूछने और जांच पड़ताल करने तथा अपने अनुभवों को बांटने तथा विद्यालय को ज्ञान के साथ जोड़ने में सक्षम बनाएं “| राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005, पृष्ठ 13 पर पृष्ठभूमि में, एक शिक्षक की प्राथमिक भूमिका क्या होनी चाहिए-
- बच्चों के अनुभवों को निरस्त कर पाठ्य पुस्तकों पर ध्यान केंद्रित करना|
- पाठ्य पुस्तक के अध्याय को क्रमवार पूरा करना|
- यह सुनिश्चित करना कि शिक्षिका अच्छे प्रश्न पूछे और शिक्षार्थी अपनी उत्तर पुस्तिका में उत्तर लिखें|
- बच्चों को उनकी अपनी समझ और अपने ज्ञान को साझा करने के पर्याप्त अवसर देना|
15.अधिगम अशक्ता तथा वाले-
- बच्चे दृश्य- शब्दों (साइट वर्ड्स)को आसानी से पहचानते और समझते हैं|
- बच्चों का मानसिक विकास बंद होता है|
- बच्चे निम्न बुद्धि लब्धि वाले होते हैं|
- बच्चों को एक समान दिखाई देने वाले अक्षरों और वर्णों में भ्रम होता है|
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16.एक समावेशी कक्षा में किसी शिक्षिका की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है-
- बच्चे के माता-पिता के व्यवसाय को जानना था कि शिक्षिका प्रत्येक बच्चे के भावी व्यवसाय को जान सके|
- सुनिश्चित करना कि प्रत्येक बच्चे को अपनी संभावना को प्राप्त करने का अवसर मिले|
- कक्षा के लिए ऐसी योजना बनाना कि प्रत्येक बच्चा समान गति से आगे बढ़े|
- यह सुनिश्चित करना कि शिक्षिका कक्षा को मानक निर्देश दे रही है|
17.निम्नलिखित में से कौन सा भूलने का कारण नहीं है?
- मानसिक द्वन्द
- पुनरावृति का अभाव
- सीखने की मात्रा
- शिक्षक की योग्यता
18.निम्नलिखित में से कौन सा कथन समावेशन का सबसे अच्छा वर्णन करता है?
- यह एक विश्वास है कि कुछ बच्चे कभी कुछ सीख ही नहीं सकते |
- यह एक दर्शन है कि सभी बच्चों को नियमित विद्यालय प्रणाली में सामान शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है| C. यह एक दर्शन है कि विशेष बच्चे “ईश्वर के विशेष उपहार हैं”|
- यह एक विश्वास है कि बच्चों को अपनी योग्यता के अनुसार अलग किया जाना चाहिए|
19.”वंचित वर्ग “ की पृष्ठभूमि के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षक को चाहिए कि-
- उनके बारे में अधिक जानकारी जुटाने का प्रयास करें और उन्हें कक्षा में होने वाली चर्चा में शामिल करें|
- उन्हें कक्षा में अलग बिठाए|
- उन पर ध्यान ना दें क्योंकि वे दूसरे शिक्षार्थियों के साथ अंतः क्रिया नहीं कर सकते|
- उन्हें बहुत से लिखित कार्य दे|
20.निम्नलिखित में से कौन सा व्यवहार बच्चों के अधिगम निर्योगायता की पहचान करता है ?
- अपमानजनक|
- ‘B’ को ‘D’ , ‘WAS’ को ‘SAW’’ ‘ ‘21’ को ‘12’ लिखना|
- कम अवधान- विस्तार और उच्च सारी गतिविधि|
- मनोभाव को जल्दी-जल्दी बदलना|
21.एक बच्चा जो आंशिक रूप से देख सकता है-
- उसे शिक्षा नहीं देनी चाहिए, क्योंकि वह उसके किसी काम नहीं आएगी|
- उसे अलग संस्थान में डालने की आवश्यकता है|
- विशेष प्रावधान करते हुए उसे’ नियमित’ विद्यालय में रखना चाहिए|
- बिना किसी विशेष प्रावधान के उसे’ नियमित’ विद्यालय में डालना चाहिए|
22.माध्यमिक विद्यालय की कक्षा में शिक्षिका के पास एक’ ‘बधिर’ बच्चा है उसके लिए यह महत्वपूर्ण है कि-
- विद्यालय सलाहकार से कहे कि वे बच्चे के अभिभावकों से बात करें तथा उन्हें अपने बच्चे को विद्यालय से हटाने के लिए करें|
- यह बच्चे को उस स्थान पर बिठाए जहां से वह शिक्षिका के होंठ तथा चेहरे के भाव साफ तौर पर देख सके|
- उसके प्रति संकेत करें जिससे वह बच्चा बार-बार नहीं कर पा रहा है|
- बच्चे को डांट फटकार कर उसे अलग स्थान पर बैठा है ताकि वह बधिर केंद्र में प्रवेश ले ले|
23.एक शिक्षक समाज के ‘वंचित वर्ग’ के बच्चों की आवश्यकता को प्रभाव पूर्ण तरीके से पूरा कर सकता-
- कक्षा काश के प्रत्येक बच्चे की आवश्यकतानुसार आपने शिक्षण कौशल अपनाकर|
- उनकी पृष्ठभूमि की उपेक्षा करके तथा उन्हें विद्यालय में कार्य करने के लिए कह कर|
- उन्हें कक्षा कक्ष में अलग स्थान पर बैठा कर, ताकि वे अन्य बच्चों से मेलजोल ना करें|
- अन्य बच्चों को वंचित पृष्ठभूमि वाले बच्चों के प्रति सहानुभूति पूर्ण व्यवहार करने के लिए कह कर|
(Latest Mcq of Child Development and Pedagogy)
24.अधिगम निर्योगियता वाले बच्चे-
- बहुत सक्रिय होते हैं, लेकिन उनकी बुद्धि लब्धि कम होती है|
- बहुत बुद्धिमान तथा परिपक्व होते हैं|
- कुछ भी नहीं सीख सकते|
- अधिगम के कुछ पक्षों से संघर्ष करते हैं|
25.शिक्षक बच्चों को सर्जनात्मक विचारों के लिए प्रोत्साहित कर सकता है-
- उन्हें बहुत कल भी प्रश्न देकर|
- उन्हें समस्या समाधान के लिए विभिन्न तरीकों से सोचने के लिए कह कर|
- उन्हें उत्तर कंठस्थ करने के लिए कह कर|
- उनसे प्रतिस्मरण आधारित प्रश्न पूछकर|
26.विशेष आवश्यकता वाले बच्चों में व्यवहार करने के लिए निम्नलिखित दार्शनिक दृष्टिकोणओं में से किसका अनुसरण किया जाना चाहिए?
- उन्हें समावेशी शिक्षा का और नियमित विद्यालयों में अध्ययन करने का अधिकार प्राप्त है|
- उन्हें किसी प्रकार की शिक्षा की आवश्यकता ही नहीं होती|
- उन्हें पृथक करके उनकी शिक्षा किसी भिन्न शैक्षिक संस्थाओं में होनी चाहिए|
- उन्हें केवल व्यवसायिक प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए
(Latest Mcq of Child Development and Pedagogy)
27.निम्नलिखित में से कौन सा ‘समझ के लिए शिक्षण’ को प्रदर्शित नहीं करता-
- नियम कैसे काम करता है स्पष्ट करने हेतु उदाहरण उपलब्ध कराने के लिए विद्यार्थियों को पढ़ना|
- समानता और अंतर देखने एवं स्थापित (Generate Analogies) करने के लिए विद्यार्थियों की सहायता करना|
- विद्यार्थियों को एकाकी और प्रक्रियाओं (Isolated Fact and Procedures) को याद करने का योग्य बनाना|
- परिघटना (Phenomenon) या अवधारणा को अपने शब्दों में अभिव्यक्त करने के लिए विद्यार्थियों को कहना|
28.शिक्षार्थी जो पहले सीख चुके हैं उसकी पुनरावृत्ति और प्रत्यय स्मरण में शिक्षायार्थियो की मदद करना महत्वपूर्ण है क्योंकि-
- नई जानकारी को पूर्व जानकारी से जोड़ना सीखने को समृद्ध बनाता है
- पूर्व पाठों को दोहराने का यह प्रभावी तरीका है
- यह शिक्षार्थियों की स्मृति को बढ़ता है जिससे सीखना सुद्रढ़ होता है
- यह किसी की कक्षा अनुदेशन के लिए सुविधाजनक शुरुआत है
29.निम्नलिखित में से कौन सा कथन ‘सीखने’ के बारे में सही है-
- सीखना उस वातावरण में प्रभावी होता है जो संवेगात्मक रूप से सकारात्मक हो और शिक्षार्थियों को संतुष्ट करने वाला हो
- सीखने के किसी भी चरण पर सीखना संवेगात्मक कारकों से प्रभावित नहीं होता
- सीखना मूल रूप से मानसिक प्रक्रिया है
- इनमें से कोई नहीं
30.‘’एक बच्चा अतीत की समान परिस्थिति में की गई अनु क्रियाओं के आधार पर नई स्थिति के प्रति अनु-क्रिया करता है’’ यह किससे संबंधित है-
- सीखने का ‘सादर्शयता नियम’ (Law of Similarity)
- सीखने का ‘प्रभाव नियम’ (Law of Effect)
- सीखने की प्रक्रिया का ‘अभिवृत्ति नियम’ (Law of Attitude)
- सीखने का ‘तत्परता नियम’ (Law of Readines)
31.सीखना समृद्ध हो सकता है यदि-
- वास्तविक दुनिया से उदाहरण को कक्षा में लाया जाए जिससे विद्यार्थी एक दूसरे में अंतर क्रिया करें और शिक्षक उस प्रक्रिया को सुगम बनाएं |
- कक्षा में अधिक से अधिक शिक्षण सामग्री (Teaching Aids) का प्रयोग किया जाए
- शिक्षक विभिन्न प्रकार के व्याख्यान और स्पष्टीकरण (Explanation) का प्रयोग करें
- कक्षा में आवधिक परीक्षाओं (Periodic Tests) पर अपेक्षित ध्यान दिया जाए
32.एक शिक्षक को अपने विद्यार्थियों की क्षमताओं को समझने का प्रयास करना चाहिए निम्नलिखित में से कौन सा क्षेत्र इस उद्देश्य के साथ संबंध है-
- शिक्षा समाज समाजशास्त्र (Education Sociology)
- सामाजिक दर्शन (Social Philosophy)
- मीडिया मनोविज्ञान (Media Psychology)
- शिक्षा मनोविज्ञान (Education Psychology)
33.शिक्षायार्थियो का ‘आत्मा नियमन ‘ ……. की ओर संकेत करता है –
- विद्यार्थियों के लिए विनियम बनाना
- विद्यार्थी निकाय द्वारा बनाए गए नियम विनियम
- स्व अनुशासन और नियंत्रण
- अपने सीखने का स्वयं परीक्षण करने की योग्यता
34.निम्नलिखित में से किस कथन को ‘सीखने’ के लक्षण के रूप में नहीं माना जा सकता-
- सीखना कुछ ऐसी चीज है जो कुछ अनुभवों के परिणाम स्वरुप घटित होती है
- व्यवहार का अध्ययन सीखना है C. अधिगम भी सीखने का एक हिस्सा है
- सीखना एक प्रक्रिया है जो व्यवहार में मदद करती है
35.सिद्धांत के रूप में रचनावाद (Constructivism)-
- दुनिया के बारे में अपना दृष्टिकोण निर्मित करने के शिक्षार्थी की भूमिका पर बल देता है
- सूचनाओं को याद करने और पुनः स्मरण (Recall) द्वारा जांच करने पर बल देता है
- शिक्षक की प्रभुत्व शाली भूमिका पर बल देता है
- अनुकरण की भूमिका पर केंद्रित है
36.विशेष रूप से प्राथमिक स्तर पर विद्यार्थियों के सीखने संबंधी समस्याओं को संबोधित करने का सबसे बेहतर तरीका है-
- अक्षमता के अनुरूप विभिन्न शिक्षण पद्धतियों का प्रयोग करना
- महंगी और चमकदार (Expensive & Glossy) सहायक सामग्री का प्रयोग करना
- सरल और रोचक पाठ्य पुस्तकों का प्रयोग करना
- कहानी कथन पद्धति (Story Telling Method) का प्रयोग करना
37.निम्न में से कौन से कथन को सीखने की प्रक्रिया की विशेषता नहीं बनाना चाहिए-
- शैक्षिक संस्थान की ही एक मात्र स्थान है जहां अधिगम प्राप्त होता है
- सीखना एक व्यापक प्रक्रिया है
- सीखना लक्ष्य मुखी होता है
- अधिगम भी सीखने की प्रक्रिया है
38.सीखने के अंतर्दृष्टि सिद्धांत (Insight Theory of Learning) को निम्नलिखित में से किसने बढ़ावा दिया-
- गेस्टाल्ट सिद्धांत वादी (Gestalt Theorist)
- पावलॉव (Pavlov)
- जीन पियाजे (J.Piaget)
- वाईगोटस्की (Vygostky)
39.अधिगम के प्रक्रम में अभिप्रेरणा-
- सीखने वालों की स्मृति को तेज बनाता है
- पुराने अधिगम से नए अधिगम को विभेदित (Differentiate) करता है
- एक विशेष रूप (Undirectional) से सोचने में सीखने वाले को प्रस्तुत करता है
- नए सीखने वालों में अधिगम के लिए रुचि का सृजन करता है
(Latest Mcq of Child Development and Pedagogy)
40.बचपन से साम्प्रतिक दृष्टिकोण (Current View) की मान्यता है-
- बहुत तरीके से बच्चे व्यस्को के बराबर होते हैं
- बच्चों को युवा प्राप्त वयस्कों के रूप में सबसे अच्छा माना जाता है
- बचपन आधारित रूप से ‘प्रतीक्षा अवधि’ (Waiting Period) है
- बचपन वृद्धि एवं परिवर्तन की एक अनूठी अवधि है
41.अल्प वयस्क बच्चों के अधिगम प्रक्रम में अभिभावकों की भूमिका होनी चाहिए-
- निषेधात्मक (Negative)
- अग्र सक्रिय (Proactive)
- संवेदनात्मक (Sympathetic)
- उदासीन (Neutral)
42.बच्चा किस प्रकार सीखता है-
- पुस्तके पढ़ कर
- परिचर्या (Discussion) द्वारा
- प्रश्न पूछकर
- कई प्रकार से
43.निम्न में सर्वोत्तम कौन सा एक अच्छा अध्यापक है-
- अध्ययन के लिए व्याख्यान विधि का प्रयोग करता है
- प्रयाग प्रदर्शन के माध्यम से सिखाता है
- विद्यार्थियों को शरदा सीखने के लिए प्रेरित करता है
- विद्यार्थियों को सदैव अनुशासन में रखता है
44.एक अध्यापक की दृष्टि में कौन सा कथन सर्वोत्तम है-
- प्रत्येक बच्चा सीख सकता है
- अधिकतर बच्चे सीख सकते हैं
- कुछ बच्चे सीख सकते हैं
- बहुत कम बच्चे सीख सकते हैं
45.सीखने की प्रक्रिया में विद्यार्थियों द्वारा की गई त्रुटियों के संबंध मैं आपकी दृष्टि में निम्न में से कौन सा कथन सर्वोत्तम है-
- विद्यार्थियों को कभी भी त्रुटियां नहीं करनी चाहिए
- त्रुटियां अधिगम प्रक्रिया का भाग है
- विद्यार्थी की लापरवाही के कारण त्रुटियां होती हैं
- कभी-कभी विद्यार्थी त्रुटियां भी कर सकता है
दोस्तों आज इस पोस्ट में हमने आपके साथ चाइल्ड डेवलपमेंट एंड पेडगॉजी (Latest Mcq of Child Development and Pedagogy) के कुछ ऑब्जेक्टिव शेयर किया है । आशा है यह ऑब्जेक्टिव आपको टीचर लेवल की सभी एग्जाम में सहायता प्रदान करेंगे आपको आने वाली परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएं!!!!!!!!!!!!