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Madhya Pradesh ke Pramukh Rajvansh in Hindi || MP GK
MP GK: Madhya Pradesh ke Pramukh Rajvansh
नमस्कार! दोस्तों आज के मध्य प्रदेश सामान्य ज्ञान में हम आपके साथ (Madhya Pradesh ke Pramukh Rajvansh in Hindi) मध्य प्रदेश के इतिहास के प्रमुख राजवंशों की संपूर्ण सूची शेयर करने जा रहे हैं इसके साथ ही राजवंशों से संबंधित प्रश्न उत्तर को भी हमने शामिल किया है जो कि परीक्षा में अक्सर पूछे जाते हैं तो आइए जानते हैं मध्य प्रदेश के प्रमुख राजवंशों के बारे में-
मध्य प्रदेश के प्रमुख राजवंश
परमार वंश
- 850 ईसवी में मध्यप्रदेश के मालवा में परमार वंश का उदय हुआ।
- परमार वंश की स्थापना उपेंद्र ने की थी।
- इस वंश के शासकों ने ताप्ती नदी को अपनी दक्षिणी सीमा सन निर्धारित किया।
- परमार वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक राजा भोज थे।
- राजा भोज ने धार को अपनी राजधानी बनाया।
- रायसेन में भोजपुर मंदिर भोपाल में भोज ताल और धार में सरस्वती मंदिर का निर्माण कराया राजा भोज संस्कृत के ज्ञाता थे।
- राजा भोज ने कविराज की उपाधि धारण की और सरस्वतीकंठआभरण, समरांगणसूत्र, सिद्धांत, संग्रहयुक्ति, शब्दानुशासन, चारुचर्चा जैसे ग्रंथों की रचना की।
हैहय वंश
- यदु कबीले के शासक हैहय ने इस वंश की स्थापना की।
- इस वंश के राजा महिष्मत ने नर्मदा के किनारे महिष्मति (महेश्वर) नगर की स्थापना की।
- किस वंश के शासक कीर्ति वीर्य अर्जुन ने अयोध्या और लंकेश शासकों को हराया।
- गुर्जरों के प्प्रभाव के चलते इस वंश का पतन हो गया।
गुप्त वंश
- मध्य प्रदेश में गुप्त काल के दौरान आर्थिक और राजनीतिक रूप से समृद्धि देखने को मिलती है।
- समुद्रगुप्त ने अपनी दक्षिण बिजाई के दौरान उज्जैन को अपना मुख्य केंद्र बनाया।
- गुप्त शासकों के दौरान उज्जैन संस्कृति और कला के केंद्र के रूप में उभरा।
- चंद्रगुप्त द्वितीय ने उज्जैन के कवि कालिदास को अपने नवरत्नों में शामिल किया।
- गुप्त शासक भानु गुप्त के शासनकाल में सागर में एरण अभिलेख से सर्वप्रथम सती प्रथा का उल्लेख मिलता है।
- समुद्रगुप्त के बड़े बेटे राम गुप्त ने विदिशा को अपनी राजधानी बनाया राम गुप्त का उल्लेख विशाखदत्त की पुस्तक देवी चंद्रगुप्त में मिलता है।
- चंद्रगुप्त द्वितीय ने विदिशा के उदयागिरी में गुफाओं का निर्माण कराया और उदयगिरी अभिलेख की रचना करवाई।
- चंद्रगुप्त द्वितीय ने सांची में बौद्ध विहार के निर्माण के लिए दान प्रदान किया।
- गुप्त शासक कुमारगुप्त के शासनकाल में मंदसौर अभिलेख की रचना करवाई गई इस अभिलेख में सूर्य मंदिर के निर्माण का उल्लेख के मिलता है।
शुंग वंश
- मौर्य वंश के पश्चात पुष्यमित्र सुंग ने शुंग वंश की स्थापना की।
- शुंग वंश की राजधानी विदिशा थी।
- शुंग वंश के शासक अग्निमित्र का उल्लेख कालिदास की पुस्तक मालविका अग्निमित्र में मिलता है।
- सॉन्ग शासकों ने सांची के स्तूप के चारों ओर रेलिंग या वेदिका का निर्माण कराया।
- शुंग वंश के शासनकाल में ही यूनानी शासक एंटीऑलकिड्स ने अपने राजदूत हेरोडोटस को भारत भेजा।
- हेलिओडोरस ने वैष्णव संप्रदाय को अपनाते हुए विदिशा में गरुड़ स्तंभ या हेलिओडोरस स्तंभ की स्थापना की।
- पुष्यमित्र शुंग को बौद्ध धर्म का विनाशक भी कहा जाता है।
- शुंग शासकों ने ग्रीक शासकों को कालीसिंध नदी के तट पर हराया।
वाकाटक वंश
- इस वंश की स्थापना विंध्य शक्ति प्रथम ने की।
- इस वंश की राजधानी विदिशा थी बिंदशक्ति के पुत्र प्रवरसेन ने अपने साम्राज्य का विस्तार नर्मदा के उत्तरी क्षेत्र तक किया।
- समुद्रगुप्त ने अपने दक्षिणी अभियान के दौरान वाकाटक वंश पर अधिकार कर लिया।
- समुद्रगुप्त द्वितीय ने वाकाटक वंश की राजकुमारी प्रभावती से विवाह किया।
कलचुरी वंश
- 550 ईसवी में कृष्ण राज ने कलचुरी वंश की स्थापना की।
- कलचुरी वंश की 4 शाखाएं थी।
- माहिष्मती के कलचुरी।
- त्रिपुरी के कलचुरी।
- रतनपुर के कलचुरी।
- रायपुर के कलचुरी।
चंदेल वंश
- इस वंश की स्थापना नन्नूक ने की चंदेल शासकों ने खजुराहो महोबा के क्षेत्र पर अपना राज्य स्थापित किया।
- चंदेलो का शासन वर्तमान बुंदेलखंड तक स्थापित था।
- इस साम्राज्य को जेजकमुक्ती भी कहा जाता है।
- चंदेल शासक यशोवर्मन में खजुराहो में विष्णु मंदिर का निर्माण कराया यह सुवर्णन के पुत्र धंगदेव ने स्वतंत्र चंदेल राज्य की स्थापना की।
- धंगदेब ने खजुराहो में पार्श्वनाथ मंदिर और विश्वनाथ मंदिर का निर्माण कराया।
- महमूद गजनबी के विरुद्ध बनाए गए संघ में धगदेव ने भी भाग लिया।
- चंदेल शासक विद्याधर ने महमूद गजनबी से साम्राज्य की रक्षा की और कंदारिया महादेव मंदिर का निर्माण कराया।
- परमार देव ने गुलाम वंश के शासक कुतुबुद्दीन ऐबक की अधीनता स्वीकार कर ली जिस कारण चंदेल वंश दिल्ली सल्तनत के अधीन हो गया।
- चंदेल शासक परमार देव के दरबार में आल्हा और उदल जैसे योद्धा थे जिन्होंने पृथ्वीराज चौहान से युद्ध कर अपने शासक की जान बचाई।
बुंदेल वंश
- इस वंश की स्थापना 1531 में रूद्र प्रताप बुंदेला ने की।
- बुंदेल वंश की राजधानी ओरछा थी।
- इस वंश के शासक वीर सिंह बुंदेला ने जहांगीर के कहने पर अब्दुल फजल की हत्या कर दी।
बघेल वंश
- इस वंश का शासन वर्तमान रीवा क्षेत्र तक था।
- रामचंद्र देव बघेल वंश के प्रभावी शासक थे।
- मशहूर संगीतज्ञ तानसेन ने अपना दरबारी जीवन रामचंद्र के दरबार से प्रारंभ किया।
- मुगल शासक अकबर ने रामचंद्र को पराजित करके रीवा को मुगल साम्राज्य में मिलाया और तानसेन को अपने नवरत्नों में शामिल किया।
- स्वतंत्रता के पश्चात बघेल वंश विंध्य प्रदेश के रूप में भारतीय संघ में शामिल हुआ।
- बघेल वंश के अंतिम शासक मार्तंड सिंह थे जो रीवा से सांसद चुने गए।
होलकर वंश
- 1730 में मल्हार राव होलकर ने होलकर वंश की स्थापना की।
- 1731 में मालवा को तीन सरदारों ने बांट दिया गया।
- होलकर
- पवार
- सिंधिया
- 1732 में मालवा में 5 मराठा राज्यों की नीव पड़ी।
- होलकर वंश इंदौर
- जीवाजीराव वंश देवास
- आनंद राव वंश पवार
- सिंधिया वंश ग्वालियर
- तुकोजीराव पंवार वंश देवास
- 1767 में अहिल्याबाई ने होलकर वंश की बागडोर संभाली और तुकोजीराव को अपना सेनापति नियुक्त किया।
- तुकोजीराव तृतीय होलकर वंश के अंतिम शासक थे।
- होलकर राज्य का विलय तुकोजीराव तृतीय ने भारतीय संघ में किया।
सिंधिया वंश
- इस वंश की स्थापना राणा जी सिंधिया ने की जिन्हें पेशवा ने मालवा का एक भाग 1731 में प्रदान किया।
- 1765 में महादजी सिंधिया ने उज्जैन को अपनी राजधानी बनाया।
- 1794 में दौलतराव सिंधिया ने ग्वालियर को अपनी राजधानी बनाया।
- 1857 की क्रांति में ग्वालियर में सिंधिया वंश के शासक जयाजीराव सिंधिया थे जिन्होंने ब्रिटिश सरकार की मदद की।
- 1948 में जीवाजी राव सिंधिया ने ग्वालियर राज्य को भारतीय संघ में सम्मिलित कराया।
मध्य प्रदेश के राजवंश से संबंधित प्रश्न
Q.1 चंदेल राजवंश का संबंध किस क्षेत्र से है?
Ans-बुंदेलखंड
Q.2 तोमर राजवंश का संबंध किस क्षेत्र से है?
Ans-ग्वालियर
Q.3 परमार राजवंश का संबंध किस क्षेत्र से है?
Ans-मालवा
Q.4 बुंदेला राजवंश का संबंध किस क्षेत्र से है?
Ans-बुंदेलखंड
Q.5 होलकर राजवंश का संबंध किस क्षेत्र से है?
Ans-मालवा
Q.6 सिंधिया राजवंश का संबंध किस क्षेत्र से है?
Ans-ग्वालियर
Q.7 चंद्र राजवंश का संबंध किस क्षेत्र से है?
Ans-बघेलखंड से बुंदेलखंड तक
Q.8 यशोधर्मन कहां का शासक था?
Ans-दशपुर
(Madhya Pradesh ke Pramukh Rajvansh in Hindi)
Q.9 उदयगिरि की गुफाएं एवं शिकवा के मंदिरों का निर्माण किसने कराया था?
Ans-गुप्त वंश
Q.10 किस राजा ने देवनाम्प्रिया की उपाधि धारण की थी?
Ans-अशोक
Q.11 किस वंश ने ओरछा को बुंदेलखंड की राजधानी बनाया था?
Ans-बुंदेल
Q.12 मालवा में गौरी वंश की स्थापना किसने की?
Ans-अलाउद्दीन खिलजी
Q.13 त्रिपुरी किस वंश की राजधानी थी?
Ans-कलचुरी
Q.14 गोंड वंश की स्थापना किसने की थी?
Ans-जादू राय
Q.15 गरुड़ किस वंश का राजकीय चिन्ह क्या था?
Ans-गुप्त वंश
Q.16 खजुराहो मंदिरों में स्थित पाश्र्वनाथ जैन मंदिरों का निर्माण चंदेल वंश के किस शासक ने करवाया था ?
Ans-धग देव
Q.17 इंदौर के होल्कर वंश का संस्थापक कौन था?
Ans-मल्हार राव होलकर
Q.18 उदयगिरि की गुफाओं में टिकवा के मंदिरों का निर्माण किस वंश के शासकों ने करवाया था?
Ans-गुप्त
Q.19 ग्वालियर का किला तोमर वंश के अधिकार में कब था?
Ans-1398 से 15१8 में
Q.20 फुल महानदी जी सिंधिया ने अपनी राजधानी उज्जैन से ग्वालियर स्थानांतरित कब की?
Ans-1810 ईस्वी
Q.21 देवी अहिल्या बाई ने किस क्षेत्र पर शासन किया था?
Ans-इंदौर
Q.22 मालवा का प्रथम शासक जिसने कंपनी का अंत करने का बीड़ा उठाया था?
Ans-यशवंतराव होलकर
Q.23 मध्यप्रदेश में परिवार वंश की स्वतंत्र सत्ता की स्थापना किसने की?
Ans-कृष्णराज उपेंद्र
Q.24 तोमर वंश का संस्थापक कौन था?
Ans-वीर सिंह देव
Q.25 शत्रुघ्न के पुत्र शत्रु दाती ने मध्य प्रदेश के किस क्षेत्र में शासन किया?
Ans-शिवनी
Q.26 हैहय वंश से संबंधित राजा कौन है?
Ans-कृष्ण राज, शंकरगढ़, बुद्ध राज
(Madhya Pradesh ke Pramukh Rajvansh in Hindi)
Q.27 10 वीं सदी में कत्थक घाट वंश का शासन मध्य प्रदेश में कहां स्थित था?
Ans-ग्वालियर कुंड नरवर
Q.28 परमार वंश का अंतिम शासक कौन था?
Ans-महलक देव
Q.29 परमार वंश के किस प्रतापी शासक ने चालुक्य वंश के तेलप राजा का वध किया था?
Ans-भोज
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