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CTET 2023: हिंदी पेडागॉजी के अंतर्गत ‘अधिगम और अर्जन’ टॉपिक से हर वर्ष पूछे जाते हैं प्रश्न अभी पढ़ें! 

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Hindi Pedagogy MCQ Test CTET Exam: सीबीएसई बोर्ड के द्वारा आयोजित होने वाले केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा जुलाई से अगस्त माह के बीच में आयोजित की जाएगी। जिसके लिए आवेदन की प्रक्रिया का क्रम जारी है। अगर आप भी केंद्रीय विद्यालय में सरकारी शिक्षक बनने का सपना संजोए बैठे हैं, तो इस परीक्षा को क्वालीफाई करना आपके लिए बहुत आवश्यक हो जाता है। परीक्षा में बेहतर परिणाम हासिल करने के लिए अभ्यर्थियों को अभी से नवीनतम परीक्षा पैर्टन को ध्यान में रखते हुए अपनी पढ़ाई पर फोकस बनाए रखना बहुत आवश्यक हो जाता है।

 यहां पर हम परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए सभी विषयों पर आधारित प्रैक्टिस सेट एवं संभावित प्रश्न नियमित रूप से शेयर करते आ रहे हैं इसी श्रंखला में आज हम हिंदी भाषा शिक्षण शास्त्र के अंतर्गत अधिगम और अर्जन टॉपिक से पूछे जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न आपके लिए लेकर आए हैं, जो कि परीक्षा में पूछे जा सकते हैं। इस टॉपिक से हर वर्ष 1 से 2 प्रश्न पूछे जाते रहे हैं, ऐसे में अभ्यर्थियों को चाहिए कि वह इन प्रश्नों को एक बार अवश्य पढ़ें जिससे की परीक्षा में बेहतर परिणाम प्राप्त हो सके।

अधिगम और अर्जन पर आधारित परीक्षा में पूछे जाने वाले संभावित प्रश्न

Q. सुलेखा जब तब बच्चों के साथ बातचीत करती रहती है। वह ” :

(1) सदैव बच्चों की परीक्षा ले रही है।

(2) समय नष्ट कर रही है

(3) बच्चों को भाषा अर्जित करने के लिए परिवेश दे रही है।

(4) बच्चों को वाचाल बनाना चाहती है.

Ans- 3

Q. सुमने बचपन से ही गुजराती बोल – समझ लेती है । वह कभी विद्यालय नही जाती यह उदाहरण है ।

(1) सुमन की प्रतिभा का ।

(2) भाषा सीखने का ।

(3) भाषा में पिछड़ेपन का

(4) भाषा- अर्जन का ।

Ans- 4 

Q. भाषा अर्जन और भाषा अधिगम मे महत्त्वपूर्ण अन्तर है।

(1) भाषा की पाठ्य पुस्तक |

(2) भाषा सीखने-सिखाने की पद्धति

(3) भाषिक परिवेश की उपलब्धता

(4) भाषा का कठिनाई स्तर

Ans- 2 

Q. भाषा – अर्जन में महत्त्वपूर्ण है ।

(1) भाषा के विभिन्न रूपों का प्रयोग

(2) भाषा का व्याकरण

(3) पाठ्य-पुस्तक

(4) भाषा का शिक्षण

Ans- 1 

Q. बच्चे अपने परिवेश से स्वयं भाषा अर्जित करते हैं। इसका एक निहितार्थ यह है कि

(1) बच्चों को अत्यन्त सरल भाषा का परिवेश उपलब्ध कराया जाए।

(2) बच्चों को बिल्कुल भी भाषा न पढ़ाई जाए

(3) बच्चों को समृद्धि भाषिक परिवेश उपलब्ध कराया जाए

(4) बच्चों को केवल लक्ष्य भाषा का ही परिवेश उपलब्ध कराया जाए।

Ans- 3 

Q. अर्थ की गहनता को समझने में कौन सी पद्धति सर्वाधिक रूप से सहायक है?

(1) सस्वर पठन

(2) मौन पठन

(3) द्रुत पठन

(4) धीमा पठन

Ans- 2

Q. शब्दों के अर्थ स्पष्ट करने की अपेक्षाकृत ज्यादा बेहतर पद्धति है।

(1) शिक्षण द्वारा स्वयं अर्थ स्पष्ट करना

(2) वाक्य प्रयोग द्वारा बच्चों को अर्थ का अनुमान लगाने का अवसर देना

(3) शब्दकोष देखना

(4) शब्दों की व्याख्या करना

Ans- 2

Q. भाषा तब सबसे सहज और प्रभावी रूप से सीखी जाती है जब –

(1) भाषा के नियम कण्ठस्थ कराए जाएँ

(2) भाषा शिक्षक कठोर रवैया अपनाते हैं।

(3) भाषा – प्रयोग की दक्षता प्रमुख उद्देश्य हो

(4) भाषा की पाठ्य पुस्तक में अधिक से अधिक पाठों का समावेश हो

Ans- 3 

Q. भाषा- अर्जन

(1) शिक्षक की आवश्यकता उपस्थिति की माँग करता है ।

(2) भाषा की कक्षा में ही सम्भव है।

(3) सहज, स्वाभाविक होता है।

(4) प्रयासपूर्ण होता है।

Ans- 3 

Q. भाषा अर्जन के सम्बन्ध में कौन-सा कथन उचित नहीं है ?

(1) भाषा के नियम सीखे जाते हैं।

(2) परिवेश से प्राप्त भाषिक आँकड़ों के आधार पर सहज रूप से भाषिक नियम बनाए जाते हैं ।

(3) भाषा अर्जन में भाषिक परिवेश महत्त्वपूर्ण होता है।

(4) इसमें समाज- सांस्कृतिक विशेषताओं को सहज रूप से आत्मसात् किया जाता है।

Ans- 1 

Q. बच्चे विद्यालय आने से पहले।

(1) भाषा के चारों कौशलों पर पूर्ण अधिकार रखते हैं।

(2) अपनी भाषा की नियमबद्ध व्यवस्था की व्यावहारिक कुशलता के साथ होते हैं।

(3) कोरी स्लेट होते हैं।

(4) भाषा का समुचित उपयोग करने में समर्थ नहीं होते हैं।

Ans- 2 

Q. भाषा सीखने के लिए कौन-सा कारक सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है ?

(1) समृद्धि भाषिक वातावरण

(2) भाषा के व्याकरणिक नियम

(3) पाठ पर आधारित प्रश्नोतर

(4) भाषा की पाठ्य पुस्तक

Ans- 1 

Q. भाषा अर्जन और भाषा अधिगम के सन्दर्भ में कौन सा कथन सही नहीं है ?

( 1 ) सांस्कृतिक विभिन्नता भाषा अर्जन और अधिगम को प्रभावित करने वाला महत्त्वपूर्ण कारक है।

( 2 ) भाषा अर्जन में विभिन्न संकल्पनाएँ मातृभाषा में बनती हैं।

( 3 ) भाषा-अधिगम में कभी भी अनुवाद का सहारा नहीं लिया जाता

(4) भाषा अर्जन सहज और स्वाभाविक होता है जबकि भाषा-अधिगम । प्रयासपूर्ण होता है 

Ans- 3 

Q. अन्य विषयों की कक्षाएँ भी भाषा अधिगम में सहायता करती हैं, क्योंकि

(1) सभी शिक्षक एक से अधिक भाषा जानते हैं।

(2) अन्य विषयों की पाठ्य पुस्तकें भाषा शिक्षक के उद्देश्यों को ध्यान में रखती हैं।

(3) अन्य विषयों को पढ़ने पर वैविध्यपूर्ण भाषा प्रयोग के अनेक अवसर उपलब्ध होते हैं

(4) अन्य विषयों के शिक्षक विषय के साथ साथ भाषा भी सिखाते हैं,

Ans- 3 

 Q. भाषा अर्जन और भाषा- अधिगम के सन्दर्भ में कौन-सा कथन सही नहीं

(1) रोजगार प्राप्त करने के लिए ही भाषा सीखी जाती है।

(2) भाषा – अर्जन के लिए समृद्ध भाषायी परिवेश की आवश्यकता होती है।

(3) भाषा- अधिगम में सम्प्रेषण कुशलता पर भी बल रहता है।

(4) भाषा अर्जन सहज और स्वाभाविक होता है, जबकि भाषा- अधिगम प्रयासपूर्ण होता है । 

Ans- 1 

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