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Sanskrit Pedagogy

Sanskrit Pedagogy Important Question for CTET 2020

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Sanskrit Pedagogy Important Question for CTET 2020

CTET 2020 : Sanskrit Pedagogy Important Question (संस्कृत शिक्षण शास्त्र) || For MPTET Grade-3 & All TET Exam

दोस्तों इस आर्टिकल में आज हम जानेंगे संस्कृत पेडगॉजी अर्थात संस्कृत शिक्षण शास्त्र के कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न (Sanskrit Pedagogy Important Question for CTET 2020) उत्तर के बारे में, जो कि आपकी आगामी टीचिंग एग्जाम के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है, जैसा कि आप सभी जानते हैं सभी राज्यों में हर वर्ष TET परीक्षा आयोजित होती रहती हैं , इन परीक्षाओं में संस्कृत पेडगॉजी अवश्य ही पूछी जाती है। इसलिए यह टॉपिक आपके लिए और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।

संस्कृत पेडगॉजी के महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी (Sanskrit Pedagogy Important Questions & Answers)

श्न व्यक्ति के मन में रुचि एवं इच्छा पैदा करना तथा उसे कार्य करने के लिए प्रेरित करना कहलाता है?

उत्तर- शिक्षण

प्रश्न व्यक्ति की कार्यक्षमता में सकारात्मक परिवर्तन लाई जाने वाली प्रक्रिया कहलाती है?

उत्तर- प्रशिक्षण

प्रश्न संस्कृत शिक्षण की सफलता हेतु विधि नहीं है?

उत्तर- क्रिया विधि

प्रश्न वैदिक काल में शिक्षा दी जाती थी?

उत्तर- मौखिक रूप में

प्रश्न शिक्षा के विभिन्न अंगों में विशिष्ट महत्व है?

उत्तर- विधियों का

प्रश्न गुरु के अस्वस्थ होने अथवा बाहर जाने की स्थिति में मेधावी छात्र द्वारा अन्य छात्रों को पढ़ाने के लिए कौन सी विधि अपनाई जाती थी?

उत्तर- कक्षा नायक विधि

प्रश्न विषय को स्पष्ट करने के लिए गुरु किस विधि का सहारा लेते थे?

उत्तर- भाषण विधि

प्रश्न व्याकरण अनुवाद विधि कौन सी शिक्षा पद्धति के बाद विकसित हुई?

उत्तर- लॉर्ड मेकाले

प्रश्न भारत में पाठ्यपुस्तक विधि के समर्थक थे?

उत्तर- डॉ बेस्ट

प्रश्न प्रत्यक्ष विधि को कहते हैं?

उत्तर- निर्वात विधि

प्रश्न व्याकरण भाषा का होता है?

उत्तर- शासक

प्रश्न प्रारंभिक स्तर पर संस्कृत व्याकरण की सर्वोत्तम प्रणाली है?

उत्तर- अव्याकृति प्रणाली

प्रश्न माध्यमिक स्तर पर संस्कृत व्याकरण की प्रणाली है?

उत्तर- आगमन -निगमन प्रणाली

प्रश्न संस्कृत भाषा में व्याकरण की ज्ञान की आवश्यकता?

उत्तर- है

प्रश्न व्याकरण है?

उत्तर- साधन

प्रश्न हरर्बेर्टीय विधि में कितने पदों द्वारा शिक्षण का विधान किया गया?

उत्तर- 5

प्रश्न अष्टाध्याई में सूत्रों का विवेचन है?

उत्तर- 4000

प्रश्न व्याकरण की नवीनतम विधि है?

उत्तर- सूक्ष्म शिक्षण विधि

प्रश्न व्याकरण का प्रमुख कार्य है?

उत्तर- भाषा का विश्लेषण करना

प्रश्न सबसे प्राचीनविधिकौन सी है?

उत्तर- पारायण विधि

प्रश्न संगठन विधि है?

उत्तर- प्राचीन विधि

प्रश्न भाषा संसर्ग विधि है?

उत्तर- प्राचीन विधि

प्रश्न संस्कृत भाषा का प्राण है?

उत्तर- व्याकरण

प्रश्न संस्कृत भाषा की शब्द रचना में महत्व होता है?

उत्तर- स्वर एवं लाभ का

प्रश्न संस्कृत भाषा के अध्ययन से होता है?

उत्तर- प्राच्य साहित्य का ज्ञान

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Sanskrit Pedagogy

Sanskrit Pedagogy for CTET pdf

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Sanskrit pedagogy

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा आयोजित की जाने वाली (CTET) केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन वर्ष में दो बार किया जाता है, जिसमें हर वर्ष लाखों की संख्या में अभ्यर्थी हिस्सा लेते हैं, वर्ष 2021 में इसका आयोजन 16 दिसंबर से 13 जनवरी 2022 तक किया जा रहा है।

यदि आप भी CTET परीक्षा सहित अन्य किसी भी राज्य की शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो इस आर्टिकल में दी गई जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है, हम यहां आज आपके लिए संस्कृत पेडगॉजी की कुछ महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ सवाल लेकर आए हैं, (Sanskrit Pedagogy for CTET pdf) जो परीक्षा में अक्सर पूछे जाते हैं अतः परीक्षा से पूर्व आपको इन्हें एक नजर अवश्य पढ़ लेना चाहिए।

संस्कृत पेडागोजी की महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न- Sanskrit Pedagogy Practice Question Answer for CTET and all TET Exam

1.त्रिभाषासूत्रानुसारं प्रथमभाषा भवेत् –

(a) आंग्लभाषा

(b)आधुनिक भारतीय भाषा

(c)हिंदी भाषा

(d) मातृभाषा अथवा प्रांतीयभाषा

Ans- (d)

2. भाषायं निरन्तर,समग्रमल्याङ्कनार्थं कस्योपरि बलं देयम् ?

(a) शुद्‌धोच्चारणम्

(b)विभिन्नसन्दर्भेषु भाषाप्रयोगसामर्थ्यम्

(c) उत्तम- शब्दावली

(d) परियोजनाकार्यम्

Ans-(b)

3. अधस्तनेषु अभिजातभाषायाः किं निकषं नास्ति

(a) भाषायाः1500 – 2000 वर्ष पुरातनः इतिहासः लिखित साहित्यम् अस्ति

(b) भाषायाः कानिचन प्राचीन साहित्यानि महाकाव्यानि सन्ति

(c) भाषा अनुसूचितभाषावर्गे न स्यात्

(d) भाषायाः मोलिकसाहित्यपरम्परा स्यात् इतरभाषा वर्गेभ्यः उद्धत साहित्य स्वीकुयात्

Ans-(c)

4. विद्यार्थिनां श्रवण कौशलस्य आकलनं कर्तुशक्यते –

(a) प्रतिदिनं पुनः पुनः अभ्यासद्वारा ।

(b)कथाया: वर्णनकृत्वा तदुपरिबोधपरकप्रैशनः ।

(c) अधिकं मौनवाचनार्थम् अवसरप्रदानेन ।

(d) छात्रान् भ्रमणार्थं बहिः नीत्वा ।

Ans-(b)

4. पठनस्य प्रारम्भिकस्थितौ शिक्षक: ध्यानंदधात्-

(a) भाषायाः वर्णमालायाः कण्ठस्थीकरणे ।

(b) पठनस्यप्रवाहो

(c) अक्षर- ध्वनि- समन्वये

(d) पठनस्य शुद्धता याम्

Ans-(c)

5. अधस्तनेषु किं भाषाधिगृहणाधिगमयोः मूलभूतं पार्थक्यं वर्तते ?

(a) प्रवाह: शुद्धता च

(b) भाषायाः साम्मुख्यम्

(c) शुद्धता वेगः च

(d) वेग: उच्चारणम्च

Ans-(b)

6.प्राथमिकस्तरे बालस्य भाषाविकासार्थ सर्वतोमहत्वपूर्णम् अस्ति

(a)व्याकरणम् ज्ञानम्

(b) भाषासमृद्ध वातावरणाम्

(c) भाषायाः पाठ्यपुस्तकम्

(d) बालस्य आकलनम्

Ans-(b)

7. पत्राधानम् एकम् उदाहरणम् अस्ति

(a)स्वतः आकलनस्य

(b) शिक्षकाकलनस्य

(c) उभयं स्वत: आकलनस्य शिक्षका कलनस्यच

(d) राजबोर्ड द्वारा आकलनस्य

Ans-(c)

8. वर्गप्रहेलिका क्रीडा वर्धयति

(a) श्रण कौशलम्

(b) लेखन कौशलम्

(c) शब्दज्ञानम्

(d) साहित्यकम् अर्थम्

Ans-(c)

9. भाषायाः अक्षर- ध्वनिसंबधस्थापन द्वारा पठनस्य अध्यापनम् अस्ति

(a) प्रत्यक्षविधिः

(b) शाब्दिक विधिः

(c) समग्रभाषाविधिः

(d) आंशिकभाषाविधिः

Ans-(b)

10. छात्राः गरुड़ विषये एकां कवितां पठितुम् आरभन्ते । पठनात् पूर्व शिककस्य महत्वपूर्ण कार्यम् अस्ति

(a) छात्रान् प्रति कठिनशब्दानाम् अर्थज्ञानाय कथनम्

(b) कवेः विषये अधिकं विवरणं छात्रेभ्य: दातव्यम्

(c) कवितायां विद्यमानान् कठिनशब्दान् रेखाङ्कितान् कर्तुं छात्रान् प्रति कथनम्

(d) गरुड विषये छात्रान् प्रति चर्चायाः कृते कथनम्

Ans-(d)

11 . विद्यालये यथार्थतया आंग्ला भाषायाः शिक्षणार्थ महत्वपूर्णम् अङ्गम अस्ति

(a) तत्स्थानीय शिक्षकस्य उपस्थितिः

(b) आनुपूर्व्येण व्याकरण नियमानां शिक्षणम्

(c) शुद्धोच्चारणस्य शिक्षणम्

(d) भाषाया: प्रयोगार्थम् अवसर:

Ans-(d)

12. समुचितः भाषा कौशल – क्रमः मन्यते –

(a) श्रवणं पठनं भाषणं लेखनम्

(b) भाषणं श्रवणं पठनं लेखनम्

(c) श्रवणं भाषणं लेखनं पठनं च

(d) श्रवणं भाषणं पठनं लेखनञ्च

Ans-(d)

13.प्रतिपुष्टिः अस्ति –

(a) उभय शिक्षक शिक्षार्थिनां कृते स्व स्वविकासाव

(b) मातृणां पितृणां कृते तेषां बालानां गृहकार्य करणाय परीक्षा प्रस्तुतपर्थ च

(c) शिक्षार्थिनां कृते अधिगम विकासाय

(d) शिक्षकाणां कृते अध्यापनविकासाय

Ans- (a)

14. संस्कृताध्यापनस्य श्रव्यदृश्य साधनं विद्यते –

(a) प्रतिकृतिः

(b) श्यामपटः

(c) दूरदर्शनम्

(d) ध्वन्यभिलेखः

Ans-(c)

15. संस्कृत भाषा शिक्षण समये नगरस्य भोगोलिकी स्थितिमवगन्तुं कस्य अधिगम साधनस्य प्रयोगः कर्तु शक्यते ?

(a) मानचित्रस्य

(b) रेखाचित्रस्य

(c) पत्र कस्य

(d) श्यामपट्टस्य

Ans- (a)

16. पाठ्य पुस्तकस्य स्थानं शिक्षण महत्वपूर्ण विद्यते –

(a) बालकानां ज्ञानस्य सीमायाः विस्ताराय

(b) व्यावहारिक ज्ञानस्य सम्पादनाय

(c) छात्रेषु स्वाध्यायं प्रति रुच्युत्पादनाय

(d) उपर्युक्तानां सर्वेषाम् उद्देश्यानां सम्पादक

Ans-(d)

17. शिक्षणविधीनां समीकरणे शिक्षास्तरस्य उन्नतिकरणे च सहायकं भवति –

(a) पाठ्‌यपुस्तकम्

(b) मूल्यांकनम्

(c) गृहकार्यम्

(d) अध्यापनम्

Ans-(b)

18. छात्राणां दैनिक कार्याणां सर्वासां परीक्षणां च मूल्यांकन भवेत्

(a) आंतरिक मूल्यांकनेन

(b) बाहामूल्यांकनेन

(c) सततमूल्यांकनेन

(d) परीक्षया

Ans-(c)

19. संस्कृते मौखिक परीक्षया कस्य कौशलस्य मूल्यांकनं कर्तुंन शक्यते?

(a) श्रवणस्य

(b) पठनस्य

(c) भाषणस्य

(d) लेखनस्य

Ans-(d)

20. भाषाध्ययनार्थम् अन्तिमप्रयत्नौ भवति-

(a) भाषणमू

(b) लेखनम्

(c) वाचनम्

(d) श्रवणम्

Ans-(b)

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CTET 2021 Sanskrit Pedagogy Practice Set

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Sanskrit Pedagogy Practice Set for TET Exam

Sanskrit Pedagogy Model Practice Set for CTET 2021

केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) 16 दिसंबर 2021 से आयोजित होने जा रही हैं, इस परीक्षा के अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं ऐसे में इस परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यार्थियों के लिए आवश्यक है – कि विगत वर्षों में पूछे गए प्रश्नों का अभ्यास करें, यह परीक्षा इस बार सीबीटी मोड पर आयोजित होगी इसलिए अभ्यर्थियों को परीक्षा में होने वाली गलतियों से बचने के लिए मॉक टेस्ट लगाना भी जरूरी है

इस आर्टिकल में आज हम संस्कृत पेडगॉजी के कुछ महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न (CTET 2021 Sanskrit Pedagogy Practice Set) सांझा कर रहे हैं जो परीक्षा के दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण है परीक्षा से पहले आप को इन सवालों पर एक नजर अवश्य डाल लेना चाहिए-

Sanskrit Pedagogy MCQs

1. संस्कृतभाषाशिक्षणे प्रथमं मौखिक कार्यम ततः लिखितकार्यं च भवेत् । इत्यत्र संस्कृतभाषाशिक्षण सिद्धान्तः कः?

a) रुचे: सिद्धान्ता:

b)बहुमुखी सिद्धांत:

c) अनुपातस्य क्रमस्य च सिद्धांतः

d) सक्रियताया: सिद्धांतः

उत्तर- c)

2. वस्तुनिष्ठपरिक्षाया: प्रकार: भवन्ति?

(a) बहुसमाधानप्रश्ना:

(b) रिक्तस्थानपूरणम्

(c) सत्यासत्यनिर्णय:

(d) उपर्युक्ता: सर्वे

उत्तर-d)

3. लेखनस्य प्रथम सोपानम् आस्ति ?

(a) मार्गदर्शितलेखनम्

(b) प्रगतलेखनम्

(c) मुक्तलेखनम्

(d) संयतलेखनम्

उत्तर-d)

4. हरबर्टीपञ्चपदी इत्यस्य विधे: विकसितं रूपं किम् ?

a) विश्लेषणात्मकविधिः

b) मूल्यांकनविधिः

c) व्याकरणविधिः

d) व्याख्याविधि:

उत्तर – b)

5. बालकेषु कल्पना शक्तेः विकासः भवति –

a) कक्षानायक विधिना

b) कथा कथनं विधिना

c) भाषण विधिना

d) वादविवाद विधिना

उत्तर-b)

6. लघुकाष्ठखण्डस्य व्यवहार: कुत्र क्रियते

a) वस्तुनिष्ठ परीक्षायाम्

b) शलाका परीक्षायाम्

c) निबंधपरीक्षायाम्

d) अन्त्याक्षपरीक्षायाम्

उत्तर -b)

7. उपचारात्मकं शब्द: उद्ध्रतो सम्बन्धितो वा अस्ति?

(a) जंतुविज्ञानात्

(b) औषधिशास्त्रत्

(c) वनस्पतिविज्ञानात्

(d) कोडपिन

उत्तर -b)

8. विशेष आवश्यकतायुक्त-बालकानां कृते सर्वश्रेष्ठ: विकल्प: अस्ति?

(a) पृथक् -कक्षा

(b) समावेशी कक्षा

(c) अभिभावकानां सहयोग:

(d) सर्वे

उत्तर -b)

9. अभिनय: कतिविधो भवति ?

a) द्विविधः

b) चतुर्विधः

c) त्रिविधः

d) पञ्चविधः

उत्तर- b)

10.कुशाग्र – समान्य – महबुद्धि छात्राणां कृते कः सिद्धान्तः समुपयुक्त ?

a) वैयक्तिकभिन्नतायाः सिद्धान्तः

b) अनुपात कृम योश्च सिद्धांतः

c) समवाय सिद्धांत:

d) मौखिक कार्यस्य सिद्धातः

उत्तर- a)

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उपरोक्त आर्टिकल में हमने (CTET 2021 Sanskrit Pedagogy Practice Set) संस्कृत पेडगॉजी का प्रैक्टिस सेट आपके साथ सांझा किया है, जो कि आपको आने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षाओं में काफी मददगार सिद्ध होगा

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Sanskrit ke Kavi aur Unki Rachnaen List

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Sanskrit ke Kavi List

संस्कृत के कवि और लेखको के नाम व उनकी प्रमुख रचनाओं की सूची

नमस्कार! दोस्तों इस आर्टिकल में हम आपके साथ (Sanskrit ke Kavi aur Unki Rachnaen List) संस्कृत के प्रमुख कवि और लेखकों की प्रमुख रचनाएं आपके साथ साझा करने जा रहे हैं। जो कि आने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे – CTET,MPTET,REET आदि की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है । जो भी प्रतियोगी इन परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें संस्कृत साहित्य के प्रमुख कवि और लेखक को का ज्ञान होना बहुत आवश्यक है क्योंकि परीक्षाओं में इनसे संबंधित प्रश्न अवश्य ही पूछे जाते हैं हमारे इस आर्टिकल में हमने संस्कृत के महाकाव्य गद्य काव्य,खंड काव्य और कथा शास्त्र के प्रमुख कवियों और उनकी रचनाओं को आपके साथ सांझा किया है जिससे आपको इन्हें याद करने में आसानी होगी और परीक्षा में आप आसानी से इससे संबंधित प्रश्नों को हल कर पाएंगे।

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संस्कृत के प्रमुख कवि और उनकी रचनाएं

महाकाव्य

कवि का नाम रचनाएं
महाऋषि वाल्मीकि रामायण
महाऋषि वेदव्यास महाभारत
अश्वघोष बुद्धचरित,सौंदर्यनंद
कालिदास कुमारसंभव, रघुवंशम
भारवि किरातार्जुनीयम्
श्रीहर्ष नैषधीयचरितम्
माघ शिशुपाल वध
पाणिनि जंबवती विजयम
कात्यायन स्वर्गारोहणाम
रत्नाकर हरि विजयम
पतंजलि महानंद काव्य
हरि सिंह प्रयाग प्रशस्ति
प्रवर सेन सेतुबंध
छेमेंद्र रामायणमंजरी, भारत मंजरी
विल्हड़ विक्रमाअंकदेवचरित्र
कल्हड़ राजतरंगिणी
अभिनंद कादंबरी सार रामचरित
पद्म गुप्त नवसहसाचरित्र
कुमार दास जानकीहरणम

काव्य शास्त्रीय ग्रंथम

क्रमांक कवि का नाम रचनाएं
1. आचार्य भरत नाट्य शास्त्र
2. भामाह काव्यालंकार
3. दंडी काव्यदर्श
4. आनंद वर्धक ध्वन्यालोक
5. राजशेखर काव्यमीमांसा
6. धनंजय और धनिक दशरूपक
7. भोजराज सरस्वती कंठ अभरण, श्रंगार प्रकाश
8. छेमेंद्र औचित्यविचारचर्चा , कविकंठाभरण
9. मम्मट काव्यप्रकाश
10 हेमचंद्र काव्या अनुशासन
11. रामचंद्र गुण चंद्र नाट्य दर्पण
12. जय देव चंद्रलोक
13 विश्वनाथ साहित्य दर्पण
14. जगन्नाथ रसगंगाधर

नाट्य ग्रंथम

क्रमांक कवि का नाम रचनाएं
1. शुद्रक मच्छकटीकम
2. भात प्रतिज्ञायुगंधरायण, स्वप्नवासवादात्तम, प्रतिमाननाटकम, अभिषेक नाटकम, अविमारकम, बालचरितम, पंचरातरम,उरुभंगम दूतघटोत्कच
3. कालिदास अभिज्ञान शाकुंतलम्, मालविकाग्निमित्रम्, विक्रमोवर्षनियम
4. विशाखदत्त मुद्राराक्षस
5. हर्षवर्धन प्रियदर्शिका, रत्नावली, नागानंद
6. भवभूति मालती माधव, महावीर चरितम, उत्तरामचरितम
7. राजशेखर कर्पूर मंजरी, बाल रामायण
8. बाणभट्ट पार्वतीपरिणय, मुकुटताडितक
9. भट्टनारायण बेनीसंघारम
10. अश्वघोष शारिपुत्रप्रकरण

खंडकाव्य/ गीतिकाव्य

क्रमांक कवि का नाम रचनाएं
1. कालिदास ऋतुसंहारम, मेघदूतम
2. भर्तहरि नीतिशतकम् श्रंगार शतकम, वैराग्य शतक
3. जय देव गीत गोविंद
4. हाल गाथा सप्तशती
5. धोयी पवनदूत
6. बिल्हड चोरपंचाशिका
7. मयूर भट्ट सूर्यशतकम

कथा साहित्य

क्रमांक कवि का नाम रचनाएं
1. विष्णु शर्मा पंचतंत्र
2. गुड़ाध्य बृहदकथा
3. हेमेंद्र बृहदकथामंजरी
4. सोमदेव कथासरित्सागर

दोस्तों उपरोक्त आर्टिकल में जो संस्कृत साहित्य के प्रमुख लेखक और उनकी रचनाओं (Sanskrit ke Kavi aur Unki Rachnaen List) की सूची आपके साथ साझा की है आशा है आप का ध्यान पूर्वक अध्ययन करेंगे और परीक्षा में इससे संबंधित प्रश्नों को आसानी से हल कर पाएंगे। धन्यवाद!

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