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Uttar Pradesh ki Pramukh Fasal || UP GK
UP GK : Major Crops of Uttar Pradesh in Hindi|| उत्तर प्रदेश की प्रमुख फसलें
दोस्तों इस पोस्ट में हम जानेंगे उत्तर प्रदेश में मुख्य रूप से बोई जाने वाली (Uttar Pradesh ki Pramukh Fasal) प्रमुख फसलों के बारे में, जो की परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है यूपी स्टेट लेवल एग्जाम में उत्तर प्रदेश की कृषि संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं अतः परीक्षा की दृष्टि से आपको उनकी जानकारी होना आवश्यक है जिससे आप परीक्षा में आने वाले कृषि संबंधित प्रश्नों को आसानी से हल कर पाएं
उत्तर प्रदेश में पाई जाने वाली प्रमुख फसलों की जानकारी इस प्रकार है-
उत्तर प्रदेश में फसलोत्पादन (Crop production)
प्रदेश में तीन प्रकार की फसलें (रबी, खरीफ, जायद) बोई जाती है।
रबी फसलों (Rabi crops)
बुआई शीत ऋतु के शुरुआत अथार्त अक्टूबर से दिसंबर के मध्य तक कि जाति है। इसके अंतर्गत गेहूँ, जौ, चना, मटर, मसूर, सरसो, अलसी, लाही, आलू, तम्बाकू आदि फसले आती है।
खरीफ की फसले (Kharif crops)
अधिक जल और ताप चाहने वाली होती है। इनकी बोआई मई से जुलाई तक किया जाता है और कटाई सिंतबर से अक्टूबर तक कि जाति है। इसके अंतर्गत *चावल, मक्का, ज्वार, बाजरा, सावां, अरहर, मूंगफली, कपास, गन्ना आदि फसले आती है।
जायद की फसलों (Zayed crops)
अधिक ताप की आवश्यकता होती है। बोआई मार्च, अप्रैल में की जाती है और जून-जुलाई तक काट ली जाती है। इसके अन्तर्गत ककड़ी, खीरा, खरबूज, तरबूज, पलवल, लौकी, काशीफल, लोबिया आदि आते है।
उत्तर प्रदेश की फसले ( Uttar Pradesh crops )
गेहूँ-
- गेहूं के लिए वर्षा 50 से 75 cm की जरूरत होती है। अक्टूबर, नवंबर में बोया जाता है तथा मार्च, अप्रैल में काट लिया जाता है। गोरखपुर प्रदेश का सर्वाधिक गेहूं उत्पादक जिला है।
जौ-
- जौ की खेती प्रदेश के शुष्क एवं काँप मिट्टी वाले क्षेत्रों में कई जाती है। ताप, वर्षा आदि की गेहूं के समान जरूरत होती है।
चना-
- इसके लिए वर्षा 30 से 50 cm तक होती है। प्रदेश में चने की खेती बांदा, हमीरपुर, बाराबंकी, सोनभद्र, कानपुर, ललितपुर, झांसी, आगरा तथा इलाहाबाद आदि जिलों में पाया जाता है।
सरसो-
- इसके लिए भी गेहू जैसे वातावरण की आवश्यकता होती है। प्रदष के सभी भागों में सरसों की खेती होती है।
तम्बाकू-
- वाराणसी, मेरठ, गाज़ियाबाद, बुलंदशहर, मैनपुरी, सहारनपुर, फर्रुखाबाद जिलों में उगाई जाती है।
चावल-
- इसके लिए चिकनी और उपजाऊ मिट्टी, गर्म जलवायु, और 75 से 125 cm तक वर्षा की आवश्यकता होती है।
- महराजगंज, सिद्धारत्नगर, कुशीनगर, गोरखपुर, बस्ती, गोण्डा, श्रावस्ती, बलरामपुर, पीलीभीत, सहारनपुर, वाराणसी, लखनऊ आदि जिलों में कई जाती है।
गन्ना-
- इसके लिए चिकनी दोमट मिट्टी, 100 से 200 cm तक वर्षा की आवश्यकता होती है। यह राज्य की सर्वाधिक महत्वपूर्ण नकदी फसल है।
- मेरठ, मुज़फ्फरनगर, गाज़ियाबाद, रामपुर, बरेली, सीतापुर, पीलीभीत, बुलंदशहर, अलीगढ़, बलिया, देवरिया, गोरखपुर प्रमुख गन्ना उत्पादक जिले है।
मक्का-
- मक्का उत्पादन में राज्य का देश मे तीसरा स्थान है। इसे मई, जून में बोकर सितबर, अक्टूबर में काट ली जाती है।
कपास-
- प्रदेश के गंगा-यमुना दोआब, रुहेलखंड, बुंदेलखंड क्षेत्रो में कपास के खेती की जाती है।
अरहर-
- अरहर एक खरीफ फसल है जिसकी बुआई के लिए ऊँचे ताप की आवश्यकता होती है।
- वाराणसी, इलाहाबाद, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, बांदा, झांसी, लखनऊ, ललितपुर प्रदेश के प्रमुख अरहर उत्पादक जिले है।
मूंगफली-
- मूंगफली एक खरीफ फसल है जिसकी बोआई जून-जुलाई में कई जाती है और खुदाई नवंबर-दिसंबर में।
- सीतापुर, हरदोई, एटा, बंदायू, मैनपुरी, मुरादाबाद आदि जिलों में कई जाती है।
अफीम-
- प्रदेश में अफीम का सबसे बड़ा उत्पादक जिला बाराबंकी है। गाजीपुर में भी अफीम की खेती की जाती है।
- गाजीपुर में राज्य का एक मात्र अफीम फैक्ट्री है।
आम-
- प्रदेश में मुख्यतः लखनऊ, सीतापुर, उन्नाव, बाराबंकी, फैज़ाबाद, बरेली, मेरठ, गाज़ियाबाद, कानपुर, बुलंदशहर, मुरादाबाद, सहारनपुर, हरदोई, वाराणसी आदि जिलों में आम की खेती की जाती है।
- लखनऊ के मलहीबाद दशहरी, सहारनपुर का सफेदा व चौसा, वाराणसी के लंगड़ा आम प्रसिद्ध है। प्रदेश में उत्पादित आम को देश के विभिन्न शहरों में नवाब ब्रांड नाम से प्रचारित किया जाता है।
अमरूद-
- प्रदेश में मुख्यतः इलाहाबाद, कौशाम्बी, बंदायू, कानपुर, बरेली, फैज़ाबाद जिलों में अमरूद पैदा होता है।
- इलाहाबादी सफेदा, लखनऊ-49 (सरदार) व ललित सुर्खा निर्यातक प्रजाति है।
आंवला-
- प्रदेश में विशेष रूप से आंवला प्रतापगढ़ में होता है।
केला-
- प्रदेश में वाराणसी, कौशाम्बी, इलाहाबाद, गोरखपुर में बड़े पैमाने पर केला पैदा किया जाता है। यहां माल-भोग, चीनी-चंपा, अल्फान किस्म का केला उत्पादित किया जाता है।
[इलाहाबाद में प्रदेश का पहला राइपनिंग चैम्बर ( केला पकाने के संयत्र ) लगाया गया है।]
लीची-
- प्रदेश के सहारनपुर और मेरठ जिलों में लीची पैदा होती है।
माल्टा-
- मेरठ, वाराणसी, सहारनपुर जिलों में माल्टा उत्पादित होता है। मौसमी, ब्लड रैड आदि इसकी मुख्य किस्मे है।
नींबू-
- प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में विशेष रूप से नींबू पैदा होता है।
सन्तरा-
- संतरे की खेती बुंदेलखंड की कुछ जिलों तथा सहारनपुर के आस पास के क्षेत्रो में की जाती है।
सब्जी व मसाला उत्पादन ( Vegetable & Spices Production )
आलू-
- उत्तर प्रदेश आलु के उत्पादन में अग्रणी है। कुछ मुख्य उत्पादन क्षेत्र फरुर्खाबाद, कन्नौज, हाथरस, आगरा, मेरठ, बंदायू, बागपत, फिरोजाबाद, रामपुर, अलीगढ़ गाज़ियाबाद, इटावा आदि है।
- [ एक आलू अनुसंधान केंद्र,आलू व अन्य शाक भजियो के अनुसंधान के लिए गाज़ियाबाद में बाबूगढ़ स्थापित किया गया है।]
हल्दी-
- हल्दी उत्पादन में उत्तर प्रदेश अग्रणी स्थान रखता है। विशेष रूप से बुंदेलखंड में हल्दी की खेती की जाती है।
अदरख-
- विशेष रूप से बुंदेलखंड में अदरख की खेती की जाती है।
धनिया, सौंफ-
- धनिया, सौंफ की खेती मुख्यतः देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर, आज़मगढ़, जौनपुर, सुल्तानपुर, फैज़ाबाद आदि जिलों में कई जाती है।
उपरोक्त आर्टिकल में हमने यूपी का एक महत्वपूर्ण टॉपिक आपके (Uttar Pradesh ki Pramukh Fasal) साथ सांझा किया है आशा है कि आप इनका ध्यान पूर्वक अध्ययन करेंगे और परीक्षा में आने वाले उत्तर प्रदेश जीके के प्रश्न को आसानी से हल करें, धन्यवाद!
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उत्तर प्रदेश के प्रमुख लोक नृत्य|Uttar Pradesh folk dance list in Hindi
नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे उत्तर प्रदेश राज्य के (Uttar Pradesh ke Pramukh Lok Nritya) प्रमुख प्रमुख लोक नृत्य के बारे में, जोकि जो की परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि परीक्षा में इससे संबंधित प्रश्न अवश्य ही पूछे जाते हैं
यूपी के लोक नृत्य राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं. जोकि विभिन्न मौकों/अवसरों पर यहाँ के लोगों द्वारा किये जाते हैं,। भगवान राम और भगवान कृष्ण जैसे दिव्य पात्रों की पौराणिक कहानियों पर आधारित नृत्य नाटक पारंपरिक सार को दर्शाते हैं। उत्तर प्रदेश के प्रमुख लोक नृत्य में रासलीला, रामलीला, ख्याल, नौटंकी, नकाल, स्वांग, दादरा और चरकुला नृत्य शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के प्रमुख लोक नृत्य की सूची|Uttar Pradesh ke Pramukh Lok Nritya
चरकुला
- एक घड़ा नृत्य है जो ब्रजभूमि का प्रसिद्ध है। यह नृत्य सिर पर रथ का पहिया रखकर उस पर कई घड़ों को रखकर किया जाता है।
- लकड़ी के पिरामिड को 108 तेल के दीपक से रोशन किया जाता है। महिलाएं भगवान कृष्ण के ‘रसिया’ गीतों पर नृत्य करती हैं
- यह उत्तर प्रदेश का एक पारंपरिक लोक नृत्य है, जो राज्य के ब्रज क्षेत्र में व्यापक रूप से किया जाता है।
नौटंकी
- उत्तर प्रदेश का सर्वाधिक प्रचलित लोकनृत्य है, जिसका मूल स्वरूप, वीथि नाटक का है। इसमें हाथरसी तथा कानपुरी नाट्य शैलियों द्वारा संवाद, गायन एवं लोकनृत्य के माध्यम से लोक कथाओं का प्रदर्शन किया जाता है।
- नौटंकी लोकगीतों और लोक गीतों और नृत्यों के साथ मिश्रित पौराणिक नाटकों से युक्त है। कई बार, नौटंकी कलाकार उन परिवारों से हैं, जो पीढ़ियों से इस पेशे में हैं।
धोबिया राग
- यह धोबी जाति का नृत्य है, इसमें एक नर्तक धोबी तथा दूसरा उसका गधा बनता है।
कलाबाजी
- अवध क्षेत्र के इस नृत्य में नर्तक कच्ची घोड़ी पर सवार होकर तथा मोर बाजा (विंड पाइप) लेकर कलाबाजी करते हुए नृत्य करते हैं।
जोगिनी
- साधु वेशधारी स्त्री रूप पुरूष नर्तक तथा साधुवेशधारी पुरूष नर्तकों द्वारा सामूहिक रूप से किया जाता है।
पाई डंडा
- यह बुन्देलखण्ड का प्रसिद्ध नृत्य है, जो अहीरों द्वारा किया जाता है।
राई नृत्य
- यह बुन्देलखण्ड की महिलाओं द्वारा किया जाता है।
धुरिया समाज
- यह बुन्देलखण्ड क्षेत्र की कुम्हार जाति के नर्तक पुरूषों द्वारा स्त्री वेश धारण करके प्रस्तुत किया जाता है।
शैरा नृत्य
- यह बुन्दलेखण्ड क्षेत्र के हमीरपुर, झांसी तथा ललितपुर जिलों में प्रसिद्ध है। यह नृत्य वर्षा ऋतु में युवकयुवतियों द्वारा हाथ में डंडा लेकर किया जाता है।
नटवरी नृत्य
- पूर्वी उत्तर प्रदेश के अहीरों तथा यादवों में प्रचलित यह नृत्य संगीत एवं नक्कारों की लय पर खेल मुद्राओं में प्रदर्शित किया जाता है।
धीवर राग
- यह धीवर अथवा कहार जाति द्वारा किया जाने वाला गायन नृत्य मांगलिक अवसरों पर किया जाता है।
छोलिया
- राजपूतों में प्रचलित इस नत्य गीत का प्रस्तुतिकरण तलवार और ढाल लेकर किया जाता है।
करमानृत्य
- यह उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर और सोनभद्र जिलों में केवल कोल जनजातियों के स्त्री एवं पुरूषों द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है
रासलीला
- इस राज्य में की गई रासलीला को ब्रज रासलीला के रूप में जाना जाता है, क्योंकि यह उत्तर प्रदेश के ब्रज क्षेत्र से उत्पन्न हुई थी। यह एक नाट्य रूप है, जो अब कई भारतीय राज्यों में किया जाता है।
- यहां, कहानी भगवान कृष्ण के आकर्षक बचपन, किशोरावस्था और शुरुआती युवाओं के इर्द-गिर्द घूमती है, जहां यह अपनी पत्नी राधा के साथ भगवान कृष्ण के रिश्ते की पड़ताल करता है।
रामलीला
- रामलीला को उत्तर प्रदेश का एक लोकप्रिय पारंपरिक लोक नृत्य माना जाता है। यह मुख्य रूप से रामायण में भगवान राम के जीवन से संबंधित है, जो भगवान विष्णु के अन्य अवतार भी हैं।
- इस नृत्य में अयोध्या से भगवान राम के वनवास, रावण पर उनकी सफलता और सीता के साथ उनकी बातचीत की कहानी को दर्शाया गया है।
ख्याल
- ख्याल उत्तर प्रदेश का एक और लोक नृत्य है, जो कई अन्य भारतीय राज्यों में एक साथ लोकप्रिय है और यह उत्तर प्रदेश में एक प्रमुख लोक नृत्य के रूप में शुरू हुआ। ख़्याल में अलग-अलग शैली हैं, हर एक को शहर, अभिनय शैली, समुदाय या लेखक के नाम से जाना जाता है।
- कुछ लोकप्रिय ख्याति जयपुरी ख्याल, अभिनया ख्याल, गढ़स्प खयाल और अली बख्श ख्याल हैं, जहां सूक्ष्मता इन विविधताओं का सीमांकन करती है। आम तौर पर, ये लोक नृत्य पौराणिक होते हैं,
- जो पुराणों में विभिन्न घटनाओं का उल्लेख करते हैं और इन्हें बहुत रचनात्मक रूप से प्रस्तुत किया जाता है, हालांकि, ये इन घटनाओं के ऐतिहासिक पहलुओं का भी पता लगाते हैं।
- इन प्रदर्शनों को रोमांस, बहादुर कामों, भावनाओं और विश्वासों आदि जैसे तत्वों की उपस्थिति से भी चिह्नित किया जाता है।
नक़ल
- उत्तर प्रदेश का यह लोक नृत्य बहुत लोकप्रिय है और मनोरंजन का एक पसंदीदा तरीका है, क्योंकि यह बहुत ही आनंददायक है, और यह सूक्ष्म और व्यंग्यात्मक रूप से जीवन पर फैली अप्रिय छाया को प्रस्तुत करता है।
- नक़ल के सभी नाटकों में एक कहानीकार का चरित्र है, जहाँ आम तौर पर विषय एक आम आदमी पर आधारित होते हैं। आम आदमी आम तौर पर नाटक के केंद्र में होता है। आमतौर पर मिरासी, नक़ल और भांड समुदाय के लोग विशेष कौशल के साथ इस कला का प्रदर्शन करते हैं।
स्वांग
- यह एक प्रकार का लोक नाटक है जिसे गीतों से समृद्ध किया जाता है। इसे साहित्यिक संपदा के साथ एक समृद्ध प्रदर्शन माना जाता है।
- इस प्रदर्शन की साजिश महान हस्तियों की कहानियों पर आधारित है; पूरन नाथ जोगी, गोपी नाथ और वीर हकीकत राय के स्वांग बहुत लोकप्रिय हैं।
- पुराण नाथ जोगी और गोपी नाथ के स्वांगों में, टुकड़ी के जीवन और काकीकत राय के स्वांग में, कलात्मक कौशल द्वारा धर्म के प्रेम को प्रस्तुत किया जाता है। उत्तर प्रदेश के इस लोक नृत्य की लोकप्रियता कलाकारों की वार्तालाप क्षमता पर है।
दादरा
- दादरा उत्तर प्रदेश का एक अत्यंत लोकप्रिय लोक नृत्य है। मुख्य रूप से यह नृत्य रूप गुप्त और यौन सुख के इर्द-गिर्द घूमता है।
- इस नृत्य में, गायक कलाकारों को प्लेबैक देते हैं, जो मंच पर प्रदर्शन कर रहे हैं; वे गायकों के साथ लिप-सिंक करते हैं।
यही कहा जाता है कि लोकनृत्यों का भी विषयवस्तु लोकगीतों की तरह सांस्कृतिक परम्पराओं पर आधारित होता है। इसकी निरन्तरता संस्कृति संरक्षण को प्रोत्साहित करती है यद्यपि अब आधुनिक सिनेमा एवं अन्य मनोरंजन के साधनों की उपलब्धता ने लोकनृत्यों का महत्व कम किया है
दोस्तों उपरोक्त आर्टिकल में हमने जाना उत्तर प्रदेश के प्रमुख लोक नृत्य (Uttar Pradesh ke Pramukh Lok Nritya) के बारे में जो कि उत्तर प्रदेश की पहचान है और परीक्षा में भी इससे संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं आशा है कि आप इनका ध्यान पूर्वक अध्ययन करेंगे परीक्षा में इससे संबंधित प्रश्नों को आसानी से हल कर पाएंगे धन्यवाद!
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UP GK Question With Answer in Hindi PDF
Uttar Pradesh Current GK Question Answer in Hindi
नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल पर उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान से संबंधित (UP GK Question With Answer in Hindi PDF) प्रश्नोत्तरी आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं जो कि आने वाली प्रतियोगी परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है तो आइए जानते हैं उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्नों के बारे में-
उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
Q.1 उत्तर प्रदेश को पूर्व में किस नाम से जाना जाता था?
Ans-संयुक्त प्रांत
Q.2 उत्तर प्रदेश को भारत के कितने राज्य दिल्ली को छोड़कर की सीमाएं स्पर्श करती है?
Ans-8
Q.3 छठी शताब्दी में उत्तर प्रदेश में कितने महाजनपद थे?
Ans-8
Q.4 उत्तर प्रदेश के उत्तरी भाग को किन देशों की सीमाएं स्पर्श करती है?
Ans-नेपाल
Q.5 उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक वर्षा कहां होती है?
Ans-गोरखपुर
Q.6 उत्तर प्रदेश में पटना पक्षी विहार किस जिले में स्थित है?
Ans-एटा
Q.7 भगवान राम का जन्म स्थल अयोध्या उत्तर प्रदेश के किस जिले में स्थित है?
Ans-अयोध्या
(UP GK Question With Answer in Hindi PDF)
Q.8 कबीर पंथीयों का पवित्र तीर्थ स्थल मगहर उत्तर प्रदेश के किस जिले में स्थित है?
Ans-संत कबीर नगर
Q.9 सारनाथ उत्तर प्रदेश में कहां स्थित है?
Ans-वाराणसी के निकट
Q.10 प्रसिद्ध पर्यटक स्थल बिठूर उत्तर प्रदेश के किस जिले में स्थित है?
Ans-कानपुर (देहात)
Q.11 उत्तर प्रदेश का राजकीय खेल कौन सा है?
Ans-हॉकी
Q.12 उत्तर प्रदेश का राजकीय वृक्ष कौन सा है?
Ans-अशोक
Q.13 क्षेत्रफल की दृष्टि से उत्तर प्रदेश का भारत में कौनसा स्थान है?
Ans-चौथा
Q.14 2011 की जनगणना के अनुसार उत्तर प्रदेश की जनसंख्या देश की कुल जनसंख्या का कितना प्रतिशत है?
Ans-16.50%
Q.15 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य में सर्वाधिक जनघनत्व वाला जिला कौन सा है?
Ans-गाजियाबाद
Q.16 राज्य में सर्वाधिक साक्षरता वाला जिला कौन सा है?
Ans-गौतम बुद्ध नगर
Q.17 प्रदेश की सर्वाधिक लंबी नदी कौन सी है?
Ans-गंगा नदी
Q.18 गोमती नदी का उद्गम स्थल उत्तर प्रदेश के किस जिले में है?
Ans-पीलीभीत
Q.19 केन नदी प्रवेश करती है?
Ans-बांदा जिले से
Q.20 विजय सागर पक्षी बिहार राज्य के किस जनपद में स्थित है?
Ans-महोबा
Q.21 उत्तर प्रदेश में विधानसभा को भंग करने का अधिकार किसे है?
Ans-राज्यपाल को
Q.22 अशोक द्वारा निर्मित भारत का राज्य चिन्ह सिंह स्तंभ उत्तर प्रदेश में कहां पर है?
Ans-सारनाथ
Q.23 गुप्त काल में उत्तर प्रदेश के कौन से नगर व्यवसाय शिक्षा व कला के प्रमुख केंद्र थे?
Ans-मथुरा, कौशांबी, प्रयाग
Q.24 उत्तर प्रदेश की प्रमुख वाणिज्यिक फसल कौन सी है?
Ans-गन्ना
Q.25 कृषि उत्पादकता सर्वाधिक है?
Ans-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में
Q.26 उत्तर प्रदेश में सबसे ऊंचा बांध कौन सा है?
Ans-रामगंगा
Q.27 उत्तर प्रदेश में परमाणु ऊर्जा केंद्र स्थापित है?
Ans-नरोरा
Q.28 सुरताल पक्षी विहार कहां अवस्थित है?
Ans- बलिया
Q.29 आगरा शहर की स्थापना किसने की थी ?
Ans-सिकंदर लोदी
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UP Lekhapal Exam 2021:ग्रामीण समाज और विकास के महत्वपूर्ण सवाल
उत्तर प्रदेश लेखपाल भर्ती परीक्षा 2021: उत्तर प्रदेश राजस्व विभाग में जल्द ही 8200 पदों पर भर्ती होने की संभावना है इस भर्ती में सबसे पहले उत्तर प्रदेश लोक लेखपाल भर्ती 2021 के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाएंगेयदि आप भी इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो इस आर्टिकल में दी गई जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है, उत्तर प्रदेश लेखपाल भर्ती परीक्षा के लिए हम इस आर्टिकल में ग्रामीण समाज विकास के कुछ महत्वपूर्ण सवाल (Gramin Parivesh UP Lekhapal MCQ) आपके लिए लेकर आए हैं, जो आपकी आने वाली लेखपाल भर्ती परीक्षा के लिए बेहद ही मददगार साबित हो सकते हैं I
MCQ on Gramin Parivesh for UP Lekhapal 2021
Q.1 उत्तर प्रदेश के किन जिलों में पटसन की खेती की जाती है ?
a) देवरिया और गोरखपुर
b) सहारनपुर और हरदोई
c) इलाहाबाद और फतेहपुर
d) मथुरा और अलीगढ़
Ans- (a)
Q.2 गेहूं की खेती के लिए कौन से उर्वरक का उपयोग करेंगे ?
a) नाइट्रोजन
b) तांबा
c) पोटेशियम
d) लोहा
Ans- (a)
Q.3 भूमि का उपयोग करने के एवज में किसानों से वसूल किया जाने वाला टैक्स कौन सा है
a) लगान
b) विक्रय कर
c) आयकर
d) उपकर
Ans- (a)
Q.4 ब्रिटिश शासन के दौरान उत्तर प्रदेश में भूलनी पंजीकरण किस अधिकारी द्वारा किया जाता था ?
a) लिपिक
b) लेखपाल
c) काजी
d) राज्यपाल
Ans- (b)
Q.5 उत्तर प्रदेश की प्रमुख फसल है ?
a) गन्ना
b) गेहूँ
c) चना
d) चावल
Ans- (b)
Q.6 एक व्यक्ति के लिए पंचायत का सदस्य बनने की न्यूनतम आयु सीमा कितनी है ?
a) 21वर्ष
b) 23 वर्ष
c) 35 वर्ष
d) 18 वर्ष
Ans- (a)
Q.7 जोत बही में पृष्ठो की संख्या कितनी होती है ?
a) 4
b) 8
c) 16
d) 20
Ans-(c)
Q.8 बसंत ऋतु की फसलों की बुवाई कब की जाती है ?
a) जून-जुलाई
b) मध्य फरवरी से मध्य मार्च
c) अप्रैल-मई
d) इनमें से कोई नहीं
Ans-(b)
Q.9 लेखपाल खसरा तैयार करके अगले वर्ष जमा कर देता है ?
a) ग्राम प्रधान के पास
b) रजिस्टार कानूनगो के पास
c) तहसीलदार के पास
d) जिला कृषि अधिकारी के पास
Ans-(b)
Q.10 ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी सुख सुविधाएं प्रदान करना PURA योजना किसके द्वारा प्रतिपादित है ?
a) डॉ एपीजे अब्दुल कलाम आजाद
b) अटल बिहारी बाजपेई
c) मनमोहन सिंह
d) जयप्रकाश नारायण
Ans-(a)
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