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Madhya Pradesh ke Pramukh Sahityakar for MP Police
Famous Writers of Madhya Pradesh in Hindi : MP GK
नमस्कार! प्यारे अभ्यार्थियों इस आर्टिकल में हम मध्य प्रदेश के प्रमुख साहित्यकार और उनकी रचनाओं (Madhya Pradesh ke Pramukh Sahityakar for MP Police) की संपूर्ण सूची आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं जो कि आने वाली परीक्षाओं जैसे मध्य प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा 2021 की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें मध्य प्रदेश जीके से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे अतः आपको जीके के सभी टॉपिक का ज्ञान होना अति आवश्यक है, मध्यप्रदेश में हिंदी साहित्य के अनेकों साहित्यकार का जन्म हुआ जिनमें से माखनलाल चतुर्वेदी, कालिदास प्रमुख है जिन्होंने अनेक महत्वपूर्ण रचनाएं की तो आइए जानते हैं इन कवियों के नाम और उनकी रचनाएं
मध्यप्रदेश के प्रमुख साहित्यकार और उनकी रचनाएं
1. कालिदास
- जन्म- उज्जैन
- तुलना- विलियम शेक्सपियर
- प्रमुख रचनाएं- (महाकाव्य) -रघुवंशम, कुमारसंभव (खंडकाव्य) -मेघदूत, ऋतुसंहार (नाटक) -मालविकाग्निमित्रम् अभिज्ञान शाकुंतलम्, विक्रमओवियम
- मेघदूत में अमरकंटक की सौंदर्य ता का वर्णन किया है
- उज्जैनी राजा चंद्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य के नवरत्नों में शामिल थे
- ऋतुसंहार में ऋतु का वर्णन है
2.भर्तहरि
- जन्म- उज्जैन
- उज्जैन में भर्तहरि की गुफाएं स्थित हैं
- प्रमुख रचनाएं- तीन शतक, नीति शतक, श्रृंगार शतक, वैराग्य शतक तथा महाभाष्य दीपिका, मीमांसा, सूत्रवृत्ति, वेदांत सूत्र वृत्ति भट्टीकाव्य, शब्द धातु, समीक्षा
3.भवभूति
- जन्म- पदमपुर
- प्रमुख नाटक- महावीर चरित, उत्तररामचरित, मालती माधव
- भवभूति कन्नौज शासक यशोवर्मन के दरबारी थे
- इन्हें भारतीय मिंटन कहा जाता है
4.बाणभट्ट
- जन्म- प्रतिकूट, ग्रामों सोन नदी के तट पर
- राजा हर्षवर्धन की राज कवि बाणभट्ट थे
- प्रमुख रचनाएं- हर्ष चरित्र, कादंबरी, मुकुटताई, दिकचंडी शतक, पार्वती परिणय
मध्यकालीन साहित्यकार
1.केशवदास
- जन्म- निवाड़ी (ओरछा)
- कठिन काव्य का प्रेत
- प्रमुख रचनाएं- रामचंद्रिका, रसिकप्रिया, वीरसिंह चरित्र, रतनवाबनी, कवि प्रिया, बारहमासा
2.पद्माकर भट्ट
- जन्म- सागर
- रचनाएं- जगत विनोद, गंगा न राम रसायन पयाभरण, ईश्वर पच्चीसी, हिम्मत बहादुर विरुद्धआवली, प्रबोध पचासा प्रताप सिंह विरुद्ध आवली, जय मिंट विरुदावली
3.भूषण
- जन्म- कानपुर
- प्रमुख रचनाएं- शिवराज भूषण, शिवा बावनी, छत्रसाल दशक
आधुनिक साहित्यकार
1.पंडित माखनलाल चतुर्वेदी
- भारतीय आत्मा के नाम से प्रसिद्ध माखनलाल चतुर्वेदी का जन्म 4 अप्रैल 1889 को होशंगाबाद में हुआ था
- समाचार पत्र प्रभा कर्मवीर प्रताप
- प्रमुख रचनाएं- हिम तरंगिणी, हिमकिरीटनी, पुष्प की अभिलाषा, साहित्य देवता, अमीर इरादे गरीब इरादे, समय के पांव, कला का अनुवाद, कहानीकाहस और कहावत ,चितक लाचारी, आत्मा दीक्षा रंगों की बोली, वेणु ले गूंजे ,धरा माता मरण ज्वार ,युग चरण
2.सुभद्रा कुमारी चौहान
- जन्म- प्रयाग, इलाहाबाद
- विवाह- खंडवा निवासी ठाकुर लक्ष्मण सिंह
- प्रमुख रचनाएं- बिखरे मोती, उन मालिनी सीधे-साधे, चित्र वीरों का कैसा हो, वसंत, जलियांवाला बाग में बसंत, झांसी की रानी ,सभा के खेल, राखी की चुनौती, बचपन, मुकुल त्रीधारा
(Madhya Pradesh ke Pramukh Sahityakar for MP Police)
3.गजानन माधव मुक्तिबोध
- जन्म- शिवपुर, मध्य प्रदेश
- प्रमुख रचनाएं- चांद का मुंह टेढ़ा, कामायनी: एक पुनर्विचार, एक नय निबंध काट का सपना, एक साप्ताहिक की डायरी, सतह से उठता आदमी, चंबल की जाती, ब्रह्मराक्षस ,भूरी भूरी खाक, धूल दिनकर की उर्वशी, नई कविता का आत्म संघर्ष
4.बालकृष्ण नवीन
- जन्म- शाजापुर
- प्रमुख रचनाएं- उर्मिला, रश्मि रेखा, कुमकुम, अपलक, हम विषपाई, जन्म के प्राणअर्पण,
5.भवानी प्रसाद मिश्र
- जन्म– होशंगाबाद
- प्रमुख रचनाएं- सतपुड़ा के घने जंगल, अंधेरी कविताएं, गीत फरोश, बुनी हुई रस्सी, गांधी पंचशती, महाकाव्य चकित है, दुख खुशबू के शिलालेख, पांव एवं पंख, कमल के फूल
6.हरिशंकर परसाई (व्यंगकार)
- जन्म- होशंगाबाद
- प्रमुख रचनाएं- रानी नागफनी की कहानी, सदाचार का ताबीज, ठिठुरता हुआ गणतंर, बेईमानी की परत, भूत के पांव पीछे, शिकायत मुझे भी है, हंसते हैं रोते हैं, पगडंडियों का जमाना, तिरछी रेखाएं, विकलांग, हत्या का दौर, तट की खोज ,जैसे उनके दिन फिरे, तब की बात और थी
6.शरद जोशी
- जन्म- उज्जैन
- प्रमुख रचनाएं- फिर किसी बहाने, पिछले दिनों गाना, फिर किसी बहाने ,पक्का गधा, नाटक जिद पर सवार इल्लियां, रहा किनारे बैठ, पिछले दिनों यथासंभव, अंधों का हाथी नाटक
7.मूलाराम जी मुल्लारमजी (उर्दू कवि)
- जन्म- भोपाल (गुलाबी उर्दू ओन्ली का जनक)
- प्रमुख रचनाएं- दीवाने मुल्लाह, रामू जी मूलाराम जी, गुलाबी उद् ,गुलाबी शायरी शादी, औरत जात, लाठी और अंश ,जंग जिंदगी
लोक साहित्यकार
1.जगनिक
- राज दरबारी कवि कालिंजर नरेश पर मालदेव के
- प्रमुख रचनाएं- परमाल रासो, आल्हा खंड (विश्व की सबसे बड़ी लोक गाथा)
2.ईसुरी
- बुंदेलखंड की जय देव के नाम से प्रसिद्ध
- प्रमुख रचनाएं- ईश्वरी प्रकाश, ईश्वरी सतसई, ईसुरी की फागें
इन्हें भी पढ़ें
1. | मध्य प्रदेश के प्रमुख जलप्रपात | Click Here |
2. | मध्य प्रदेश के प्रमुख अनुसंधान केंद्रों की सूची | Click Here |
3. | मध्य प्रदेश की नदियाँ और उनके उदगम स्थल | Click Here |
4. | मध्यप्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान | Click Here |
5. | मध्य प्रदेश के प्रमुख समाधि स्थल एवं मकबरे | Click Here |
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MP GK : मध्य प्रदेश के प्रमुख समाधि स्थल एवं मकबरे
Madhya Pradesh ke Pramukh Samadhi aur Makbare
नमस्कार! दोस्तों Studysafar. com मे आपका स्वागत है। इस आर्टिकल में (MP GK:मध्य प्रदेश के प्रमुख समाधि स्थल एवं मकबरे) हम मध्य प्रदेश GK का एक महत्वपूर्ण टॉपिक मध्य प्रदेश के प्रमुख महल एवं मकबरे की एक संपूर्ण सूची आपके साथ शेयर कर रहे हैं । मध्यप्रदेश में अनेकों राजा महाराजाओं के पुराने महल और किले उपस्थित हैं । जिनका इतिहास हजारों वर्ष पुराना है। जैसे -चंदेरी ,चंदेरी मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में स्थित एक ऐतिहासिक नगर है बुंदेला और मालवा की सुल्तानों की बनवाई कई इमारते यहां देखी जा सकती हैं । इसका उल्लेख महाभारत में भी मिलता है चंदेरी बुंदेलखंडी शैली की साड़ियों के लिए काफी प्रसिद्ध है। पारंपरिक हस्त निर्मित साड़ियों का यह एक प्रसिद्ध केंद्र है, यहां पर नौवीं और दसवीं सदी के कई जैन मंदिर स्थित है,इसकी वजह से यहां जैन तीर्थ यात्री बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।
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मध्यप्रदेश की प्रमुख महल और मकबर (pramukh samadhi aur makbare in mp)
क्रमांक | महल और मकबरे | स्थान |
1. | महारानी सांख्य राजे सिंधिया की समाधि | शिवपुरी |
2 | पीर बुधान का मकबरा | शिवपुरी |
3. | तात्या टोपे की समाधि | शिवपुरी |
4. | माधवराव सिंधिया की समाधि | शिवपुरी |
5. | तानसेन का मकबरा | ग्वालियर |
6. | मोहम्मद गौस का मकबरा | ग्वालियर |
7. | रानी लक्ष्मी बाई की समाधि | ग्वालियर |
8. | झलकारी बाई की समाधि | ग्वालियर |
9. | अब्दुल्लाह शाह चंगेज का मकबरा | मांडू( धार) |
10. | होशंगशाह का मकबरा | मांडू( धार) |
11. | रानी अवंती बाई की समाधि | मंडला |
12. | रानी गिरधारी बाई की समाधि | मंडला |
13. | मुमताज महल की कब्र | बुरहानपुर |
14. | दौलत का लोदी का मकबरा | बुरहानपुर |
15. | नवाब सिद्दीकी हसन खां का मकबरा | भोपाल |
16. | मल्हार राव होलकर की समाधि | आलमपुर (भिंड) |
17. | रानी दुर्गावती की समाधि | जबलपुर (बरेला गांव) |
18. | पेशवा बाजीराव की समाधि | रावरखेड़ी (खरगोन) |
19. | बीजू बावरा की समाधि | चंदेरी |
20. | काना बाबा की समाधि | होशंगाबाद |
दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आपके साथ मध्य प्रदेश की सभी समाधि और मकबरे की सूची सांझा की है।मध्य प्रदेश भारत के ठीक मध्य में स्थित है मध्यप्रदेश में विंध्याचल और सतपुड़ा की पर्वत श्रंखला इस प्रदेश को और अधिक रमणीय बनाती हैं यहां से नर्मदा, ताप्ती ,चंबल ,सोन और महानदी ,निकलकर भारत के कई प्रदेशों में बहती है। इन प्राकृतिक देन (MP GK : मध्य प्रदेश के प्रमुख समाधि स्थल एवं मकबरे) की वजह से मध्य प्रदेश एक बेहद खूबसूरत हरा भरा हिस्सा बनकर उभरता है। मध्य प्रदेश से जुड़ी ऐसी नवीनतम जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट करते रहेपको आने वाली सभी परीक्षाओं के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं!!!!!!!!!!!!!!
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Mp Gk : मध्यप्रदेश की प्रमुख नदियां (Rivers of Madhya Pradesh)
मध्य प्रदेश की नदियाँ और उनके उदगम स्थल
नमस्कार ! दोस्तों इस पोस्ट में हमने मध्य प्रदेश GK के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण टॉपिक (मध्यप्रदेश की प्रमुख नदियां) का विस्तार से अध्ययन करेंगे । मध्य प्रदेश स्टेट के सभी परीक्षाओं में इस टॉपिक से प्रश्न अवश्य ही पूछे जाते हैं। इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको उन प्रश्नों का हल करने में बहुत ही सहायता मिलेगी।
भारत की प्रमुख 7 नदियों में से अनुपम नर्मदा का उद्गम स्थल अमरकंटक है । और यह मध्य प्रदेश के शहडोल जिले की पुष्पराजगढ़ तहसील में है।अमरकंटक भारत के पवित्र स्थलों में गिना जाता है नर्मदा और सोन नदियों का उद्गम स्थल आदि काल से ही ऋषि-मुनियों की तपोभूमि रहा है।नर्मदा का उद्गम यहां एक कुंड से और सोनभद्र के पर्वत शिखर से हैं मध्यप्रदेश की प्रमुख नदियां इस प्रकार है-
Can Read Also:- 1. मध्यप्रदेश सरकार की वर्ष 2021 की प्रमुख योजनाएं Click Here
2. River of Madhya Pradesh Important Questions Click Here |
मध्यप्रदेश की प्रमुख नदियां (Major Rivers in MP)
नदियों का प्रवाह–
चंबल, बेतवा, सोन, केन- उत्तर दिशा की ओर
नर्मदा, ताप्ती- पूर्व दिशा की ओर
बेनगंगा, वर्धा- दक्षिण दिशा की ओर
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1.नर्मदा
उद्गम- अनूपपुर जिले के अमरकंटक से
समापन– खंभात की खाड़ी (अरब सागर)
लंबाई- 1312 (कुल लंबाई) 1077( एमपी में)
अन्य नाम- रेवा, मेकलसूता, नामादोस
सहायक नदियां- नर्मदा नदी की 41 सहायक नदियां हैं जिनमें से प्रमुख है-
वरना, हिरन, हथिनी,ऊटी, शेर, शक्कर, तवा, बंजर, दूधी आदि।
बेसिन क्षेत्र- 93180 वर्ग किलोमीटर
89.9%( एमपी में),6.5%(गुजरात में),2.7%(महाराष्ट्र में)
परियोजना- इंदिरा सागर बांध परियोजना (पुनासा डैम),सरदार सरोवर बांध परियोजना
प्रमुख तथ्य
- यह मध्यप्रदेश की प्रमुख बड़ी तथा लंबी नदी है।
- नर्मदा नदी भारत की पांचवीं सबसे बड़ी नदी है।
- इस नदी को मध्य प्रदेश के लोक माता और जीवन रेखा कहते हैं।
- नर्मदा को मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था की मेरुरज्जु कहते हैं।
- यह नदी डेल्टा नहीं बनाती बल्कि एशचूरी का निर्माण करती है।
- नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण का गठन 1980 में हुआ था।
2.चंबल
उद्गम- इंदौर जिले के महू की जानापाव पहाड़ी से
समापन- यमुना नदी (इटावा के पास)
लंबाई – 965 किलोमीटर
अन्य नाम- धर्मावती, चर्मावती ,भूगर्भा
सहायक नदी- पार्वती, कालीसिंध, सिंध, शिप्रा
परियोजना–
- गांधी सागर बांध (मंदसौर)- मध्य प्रदेश की प्रथम जल विद्युत परियोजना है
- जवाहर सागर/ कोटा बैराज (राजस्थान)
- राणा प्रताप सागर परियोजना (राजस्थान)
यह नदी मध्य प्रदेश की सबसे उत्तरी सीमा बनाती है
3.सोन नदी
उद्गम– अनूपपुर के अमरकंटक से
समापन- गंगा नदी (पटना जिले के पास दीनापुर बिहार में)
लंबाई- 780 किलोमीटर
अन्य नाम- स्वर्ण नदी, हिरण्य बाहु
परियोजना- बाणसागर परियोजना शहडोल जिले में (एमपी+ बिहार+ यूपी)
4.ताप्ती नदी
उद्गम- बैतूल के मुलताई से
समापन– अरब सागर में
लंबाई –725 किलोमीटर
अन्य नाम- सूर्य पुत्री
सहायक नदी- पूर्णा
- यह नदी भी डेल्टा नहीं बनाती तथा एशचुरी का निर्माण करती है।
- सूरत शहर ताप्ती नदी के किनारे बसा हुआ है।
5.बेतवा नदी
उद्गम- रायसेन जिले कुमारा गांव से
समापन- यमुना नदी (हमीरपुर के निकट उत्तर प्रदेश)
लंबाई-540 किलोमीटर
सहायक नदी– बीना,धसान
परियोजना- राजघाट बांध परियोजना, हलाली परियोजना( सम्राट अशोक सागर परियोजना)
- इसे मध्यप्रदेश की गंगा( प्रदूषण की दृष्टि से) भी कहा जाता है।
- बुंदेलखंड की जीवन रेखा के नाम से भी इस नदी को जाना जाता है।
- इसका पौराणिक नाम वेत्रबटी है।
6.तवा नदी
उद्गम- होशंगाबाद पचमढ़ी के पास महादेव पर्वत
समापन– नर्मदा नदी
- नर्मदा एवं तवा नदी के संगम पर मांधार जलप्रपात है
- मध्य प्रदेश का सबसे लंबा बांध तवा नदी पर ही बनाया गया है जिसकी लंबाई 1322 मीटर( होशंगाबाद) है
- सबसे लंबा सड़क पुल तवा नदी पर है
7.शिप्रा नदी
उद्गम- करारी बरड़ी पहाड़ी इंदौर से इंदौर से
समापन- चंबल नदी (देवास के पास)
लंबाई– 195 किलोमीटर
- इस नदी को मालवा की गंगा कहा जाता है
- इसका प्राचीन नाम अवंती है
- शिप्रा नदी के किनारे उज्जैन में सिंहस्थ का मेला लगता है
8.माही नदी
- इस नदी का उद्गम स्थल विंध्याचल पर्वत से माना जाता है
- यह नदी कर्क रेखा को दो बार काटती है
9.कालीसिंध
उद्गम- देवास के बागली गांव से
समापन- चंबल में जाकर मिल जाती है
लंबाई- 150 किलोमीटर
10. सिंध
उद्गम- गुना की सिरोंज से
समापन– चंबल नदी (इटावा)
11. पार्वती
उद्गम– सीहोर (आष्टा)
समापन -चंबल में
12.टोंस( तमसा)
उद्गम– सतना जिले में कैमूर की पहाड़ियों से
समापन– गंगा नदी
13. वैनगंगा
उद्गम- यह सिवनी के पारस बड़ा पठार से
समापन –वर्धा नदी (महाराष्ट्र)
वर्धा तथा बेनगंगा का संगम प्राणहिता के नाम से जाना जाता है
14. केन
उद्गम– कटनी से
समापन- यमुना नदी में
मध्य प्रदेश की नदियों से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
प्रश्न मध्य प्रदेश की नदियों की प्रकृति किस प्रकार की है?
उत्तर– प्रायद्वीपीय
प्रश्न मध्य प्रदेश में देश की कितनी नदियां बहती हैं?
उत्तर- सर्वाधिक
प्रश्न नर्मदा नदी का आप्रवाह क्षेत्र है?
उत्तर 93180वर्ग किलोमीटर
प्रश्न नर्मदा नदी मध्य प्रदेश में कितने किलोमीटर में बहती है?
उत्तर1077 किलो मीटर
प्रश्न नर्मदा नदी कौन सा जलप्रपात बनाती है?
उत्तर कपिलधारा- दुग्ध धारा, मांधार तथा दर्दी, धुआंधार तथा सहस्त्रधारा
प्रश्न नर्मदा नदी की कुल कितनी सहायक नदियां हैं?
उत्तर-41
प्रश्न मध्यप्रदेश में किस स्थान से 3 किलोमीटर के अंदर दो प्रमुख नदियों का उद्गम है/
उत्तर -अमरकंटक
प्रश्न कौन सी नदी नर्मदा के समानांतर बहती है?
उत्तर-ताप्ती
प्रश्न मध्य प्रदेश की किस नदी का जल चूलिया झरने में गिरता है?
उत्तर चंबल
इन्हें भी पढ़ें
1. | मध्य प्रदेश के प्रमुख जलप्रपात | Click Here |
2. | मध्य प्रदेश के प्रमुख अनुसंधान केंद्रों की सूची | Click Here |
3. | मध्यप्रदेश के खेलकूद से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर | Click Here |
4. | मध्यप्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान | Click Here |
5. | मध्य प्रदेश के प्रमुख समाधि स्थल एवं मकबरे | Click Here |
इस आर्टिकल में हमने आपके साथ मध्य प्रदेश की नदियों के बारे में विस्तृत जानकारी सांझा की है आशा है कि हमारे आर्टिकल (मध्यप्रदेश की प्रमुख नदियां) से आपको परीक्षा में नदियों से संबंधित प्रश्न को हल करने में काफी सहायता मिलेगी ऐसी नवीनतम जानकारी के लिए हमारी साइट पर विजिट करते रहे आने वाले एग्जाम के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं!!!!
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Mp Gk : Madhya Pradesh ke Pramukh National Park
National Park of Madhya Pradesh
नमस्कार!दोस्तों Studysafar.comमे आप सभी का स्वागत है।इस पोस्ट में हम आपके साथ एमपी जीके (Mp Gk : Madhya Pradesh ke Pramukh National Park ) का एक महत्वपूर्ण टॉपिक मध्य प्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान आपके साथ सांझा कर रहे हैं। इस आर्टिकल में हम मध्य प्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यानों को विस्तार पूर्वक जानेंगे। इससे संबंधित प्रश्न मध्य प्रदेश के सभी स्टेट लेवल का एग्जाम जैसे MPPSC,MPSI,MP POLICE मैं मुख्य रूप से पूछे जाते हैं इस आर्टिकल की सहायता से आपको इससे संबंधित प्रश्नों को हल करने में मदद मिलेगी। मध्य प्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान इस प्रकार है।
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मध्यप्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान (Madhya Pradesh ke Pramukh National Park)
कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान
- यह राष्ट्रीय उद्यान मंडला जिले के अंतर्गत आता है
- इसी सन 1933 में अभ्यारण तथा 1955 में नेशनल पार्क बनाया गया था
- कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान को 1974 में बाघ परियोजना (टाइगर रिजर्व) में शामिल किया गया
- यहां पर हांलो घाटी तथा बंजर घाटी प्रमुख दर्शनीय स्थल है
- इस राष्ट्रीय उद्यान में वर्ल्ड बैंक की सहायता से पार्क इंटर प्रिवेंशल योजना चल रही है
पन्ना राष्ट्रीय उद्यान
- पन्ना राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में पन्ना एवं छतरपुर में फैला हुआ है
- इसका क्षेत्रफल लगभग 543 वर्ग किलोमीटर है
- इस राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना करने से क्या थी में हुई थी तथा इसे 1994 में बाघ परियोजना में शामिल किया गया
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान
- यह होशंगाबाद जिले में लगभग 525 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है
- यह सन 1983 में स्थापित किया गया था
- इसे 1999- 2000 में प्रोजेक्ट टाइगर में शामिल किया गया है
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान
- यह राष्ट्रीय उद्यान उमरिया शहडोल जिले में है
- इसका क्षेत्रफल लगभग 437 वर्ग किलोमीटर है
- बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना सन 1968 में की गई थी तथा इसे 1993 में बाघ परियोजना में शामिल किया गया था
- यहां बाघों का सर्वाधिक घनत्व है (एक बाघ प्रति 8 वर्ग किलोमीटर)
- इस राष्ट्रीय उद्यान में सफेद शेर पाए जाते हैं
- यह 32 पहाड़ियों से घिरा हुआ है
संजय राष्ट्रीय उद्यान
- यह राष्ट्रीय उद्यान 1981 में स्थापित किया गया था
- यह मध्य प्रदेश के सीधी जिले में है
- इस राष्ट्रीय उद्यान का कुछ हिस्सा छत्तीसगढ़ राज्य में चला गया है
- का क्षेत्रफल लगभग 467 वर्ग किलोमीटर है
- भारत सरकार के अनुसार यह प्रोजेक्ट टाइगर में सम्मिलित है
पेंच राष्ट्रीय उद्यान
- यह सिवनी, छिंदवाड़ा जिले तथा महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में फैला हुआ है
- इश्क इंडिया प्रियदर्शनी राष्ट्रीय उद्यान कर दिया गया है
- इसका क्षेत्रफल लगभग 293 वर्ग किलोमीटर है
- इसकी स्थापना सन 1975 में हुई थी
- पेंच राष्ट्रीय उद्यान को 1993 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया
- इस राष्ट्रीय उद्यान में मोगली लेन चित्र तथा वाटर राफ्टिंग सुविधा है
माधव राष्ट्रीय उद्यान
- यह 1958 में स्थापित किया गया था
- यह शिवपुरी जिले में स्थित है
- इसका क्षेत्रफल लगभग 337 वर्ग किलोमीटर है
- जॉर्ज कैसल भवन भी यहीं पर स्थित है
- इस उद्यान से राष्ट्रीय राजमार्ग 3 आगरा- मुंबई गुजरता है
फासिल (जीवाश्म) राष्ट्रीय उद्यान
- राष्ट्रीय उद्यान डिंडोरी जिले में स्थित है
- क्षेत्रफल की दृष्टि से मध्य प्रदेश का सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान है
- इसका क्षेत्रफल लगभग 0.27 वर्ग किलोमीटर है
- इस राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1968 में की गई थी
- इस उद्यान में पादपों तथा जंतुओं के जीवाश्म पाए जाते हैं
बन बिहार
- सन 1979 में स्थापित यह राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में स्थित है
- इसका क्षेत्रफल लगभग 4.452 वर्ग किलोमीटर है
ओमकारेश्वर राष्ट्रीय उद्यान
- यह राष्ट्रीय उद्यान खंडवा में स्थित है, इसका क्षेत्रफल 293 वर्ग किलोमीटर है
डायनासोर जीवाश्म उद्यान
- धार जिले में 2010 में स्थापित किया गया था
- इसका क्षेत्रफल लगभग 0.897 वर्ग किलोमीटर है
(Mp Gk : Madhya Pradesh ke Pramukh National Park)
मध्यप्रदेश के प्रोजेक्ट टाइगर में सम्मिलित राष्ट्रीय उद्यान व अभयारण्य
प्रोजेक्ट टाइगर में 6 राष्ट्रीय उद्यान और 1 अभ्यारण शामिल है
- कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान
- बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान
- पेंच राष्ट्रीय उद्यान
- पन्ना राष्ट्रीय उद्यान
- सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान
- संजय गांधी (डुबरी) राष्ट्रीय उद्यान
- रातापानी (अभ्यारण)
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