Connect with us

mp gk

Folk Dance of Madhya Pradesh in Hindi

Published

on

Folk Dance of mp

Madhya Pradesh folk dance in Hindi || MP GK

नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम मध्य प्रदेश सामान्य ज्ञान (Folk Dance of Madhya Pradesh in Hindi) का ही एक महत्वपूर्ण टॉपिक मध्य प्रदेश के प्रमुख लोक नृत्य आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं क्योंकि मध्य प्रदेश सामान्य ज्ञान में सिर्फ टॉपिक से प्रश्न मुख्य रूप से पूछे जाते हैं मध्यप्रदेश में कला और संस्कृति का एक अनूठा संग्रह है, यहां विभिन्न प्रकार के लोक नृत्य ,लोक कलाएं प्रचलित हैं मध्य प्रदेश में न केवल कई धर्मों हैं, बल्कि देश के कुछ सबसे प्रसिद्ध आदिवासी समुदायों का घर भी है। राज्य में जनजातीय संस्कृति पारंपरिक नृत्य ,लोक नृत्य की एक श्रृंखला है।

मध्य प्रदेश के प्रमुख लोक नृत्य|| Madhya Pradesh ke Pramukh Lok Nritya

बिरहा

  • बघेलखंड में बिरहा गायन के साथ नृत्य भी किया जाता है।
  • बिरहा नृत्य बघेलखंड में सभी जातियों में प्रचलित है।
  • यह नृत्य विशेष कर शादी विवाह दीपावली में बिरहा नृत्य होता है।
  • जब बिरहा नृत्य अहीर लोग करते हैं तब वह अहीराई कहलाता है।
  • बिरहा नृत्य में पुरुष नाचते हैं और कभी-कभी स्त्रियां भी उसमें शामिल होती हैं।
  • जब स्त्री पुरुष नाचते हैं तब सवाल जवाब होते हैं।
  • यह नृत्य तीव्र गति से चलता है गीत में सवाल जवाब होते हैं यह क्रम पुरुष और महिलाओं के बीच चलता रहता है।
  • तेली,गडरिया,बारी जातियों में बिरहा नृत्य विशेष लोकप्रिय है।

राई लोक नृत्य

  • यह बुंदेलखंड का एक लोकप्रिय नृत्य है।
  • शादी विवाह उत्सव के अवसर पर राई नृत्य का आयोजन स्वभाव और प्रतिष्ठा प्रदान करता है।
  • राई के केंद्र में बेड़नी होती है जिसे गति देने का कार्य मृदंग वादक करता है।
  • यह नृत्य हंसी मजाक सटीक प्रस्तुति गुदगुदाने का कार्य करती है।

लेहंगी नृत्य

  • लेहंगी नृत्य मध्य प्रदेश के ‘बंजारा’ और ‘कंजर’ जनजाति का एक लोकप्रिय लोक नृत्य है
  • यह मानसून की अवधि के दौरान किया जाता है।
  • ‘बंजारा’ जनजाति ‘राखी’ के त्योहार के दौरान भी इस नृत्य को करती है।
  • युवा पुरुषों ने अपने हाथों में लाठी पकड़ लेते हैं और नृत्य करते समय एक-दूसरे को हारने की कोशिश करते हैं।

सैरा नृत्य

  • यह नृत्य बुंदेलखंड में श्रावण और भादो में किया जाता है।
  • सैरा नृत्य पुरुष प्रधान नृत्य है इस नृत्य में 14 से 20 व्यक्ति से भाग लेते हैं।
  • उनके हाथों में लगभग सवा हाथ का एक डंडा होता रहता है नर्तक वृत्ताकार में खड़े होकर कृष्ण लीलाओं से संबंधित गीत गाते हुए नृत्य करते हैं पहले आधे नर्तक फिर दूसरे आधे नर्तक गीत को दोहराते हैं।
  • इस नृत्य में ढोलक, टिमकी, मंजीरा, मृदंग और बांसुरी वाद्य प्रमुख होते हैं।

बधाई नृत्य

  • बुंदेलखंड के ग्रामीण अंचलों में शादी विवाह के अवसर पर बधाई नृत्य करने की परंपरा है।
  • इस नृत्य में स्त्री पुरुष की संयुक्त भूमिका होती है कहीं-कहीं घोड़ी सजा सवार कर नाचने की प्रथा है पहले नर्तक वृत्ताकार में खड़े होकर नृत्य करते हैं।
  • इस नृत्य में दो नर्तक और नर्तकी एक साथ नाचते हैं।
  • बधाई एक ताल है जिसे ढोलक और डसले पर बजाया जाता है।

Folk Dance of Madhya Pradesh in Hindi

ढिमरयाई नृत्य

  • यह लोक नृत्य बुंदेलखंड के ग्रामीण अंचल में अधिक प्रचलित है।
  • ढीमर जाति के लोग इस नृत्य को करते हैं इसलिए इसे ढिमरयाई नृत्य कहते हैं।
  • शादी विवाह एवं नवदुर्गा आदि अवसरों पर यह नृत्य किया जाता है।
  • नृत्य करते समय प्रमुख नर्तक श्रृंगार और भक्ति से गीत गाता है।

मटकी नाच

  • मालवा में मटकी नाच का अपना पारंपरिक रंग है विभिन्न अवसरों विशेषकर सगाई विवाह पर मालवा के गांव की महिलाएं मटकी नाच करती हैं।
  • एक ढोल या ढोलक जी एक खास ले जो मटकी के नाम से जानी जाती है उस की थाप पर महिलाएं नृत्य करती हैं।
  • मटकी ताल के कारण इस नृत्य का नाम मटकी नृत्य पड़ा।
  • कभी-कभी दो महिलाएं नृत्य करने लगती हैं इसे जिला कहते हैं आजकल मटकी नृत्य में कई महिलाएं सम्मिलित होती हैं महिलाएं अपनी परंपरागत वेशभूषा में पूरा चेहरे पर घूंघट डाले नृत्य करती हैं।
  • रात में हाथ और पैरों का संचालन दर्शनीय होता है नृत्य के केंद्र में ढोल होता है।
  • ढोल पर मटकी ताल इस नृत्य की मुख्य ताल है ढोल की मटकी और डंडे से बजाया जाता है।

आड़ा – खड़ा राजबाड़ी नाच

  • इस राजबाड़ी नृत्य की परंपरा किसी भी अवसर विशेष पर समूचे मालवा में देखी जा सकती है परंतु विवाह में तो मंडल के नीचे वाला आडा खडा राजबाड़ी नृत्य आवश्यक किया जाता है।
  • ढोल डंडे और किमडी से बजाया जाता है।
  • यह नृत्य रजवाड़ी महिलाओं द्वारा कहरवा ताल पर खड़े-खड़े किया जाता है और राजबाड़ी साड़ी के पल्लू को पकड़कर किया जाता है।

दादर नृत्य

  • यह बघेलखंड का प्रसिद्ध नृत्य है।
  • दादर नृत्य अधिकांशतः पुरुषों के द्वारा खुशी के अवसरों पर किए जाते हैं कभी-कभी पुरुष नारी वेश में नाचते हैं।
  • इस नृत्य के लिए कॉल कोटवार कहार विशेष रुप से प्रसिद्ध है यह जातियां दादर लेकर निकलती है।
  • महिलाएं घूंघट में नाचती हैं पैरों में घुंघरू बांध देती हैं हाथ पैरों और कमर में मुद्राओं से दादी नृत्य परंपरा का निर्वाह करती हैं जातीय गीतों के साथ दादर नृत्य में अपनी निजी विशेषता होती है इन जातियों विशेषताओं के कारण ही कीह दादर बरी हाई दादर आदि नामों से दादर की प्रतिष्ठा पूरे बघेलखंड में है।

नौरता नृत्य

  • यह एक लोकप्रिय लोक नृत्य है जो बुंदेलखंड क्षेत्र की अविवाहित लड़कियों द्वारा किया जाता है क्योंकि वे एक अच्छे पति और सईयूगमक में आनंद के लिए भगवान से मदद मांगती हैं।
  • यह नृत्य नवरात्रि के उत्सव के साथ मेल खाता है देवी दुर्गा को श्रद्धांजलि देता है।
  • समारोह में महिलाओं को अपने घर को सजाने के लिए जटिल रंगोली के डिजाइन के साथ चुने और कई अन्य रंगों से बनाया जाता है।

तृतीली नृत्य

  • तृतीली नृत्य मध्य प्रदेश में ‘कमर’ जनजाति का एक लोक नृत्य है।
  • जनजाति की दो या तीन महिलाएं जमीन पर बैठकर नृत्य प्रदर्शन शुरू करती हैं।
  • छोटे धातु के झांझ जिन्हें ‘मन्जिरस’ कहा जाता है, उनके शरीर के अलग-अलग हिस्सों से बंधे होते हैं।

इन्हें भी पढ़ें

1. मध्य प्रदेश के प्रमुख जलप्रपात Click Here
2. मध्य प्रदेश के प्रमुख अनुसंधान केंद्रों की सूची Click Here
3. मध्यप्रदेश के खेलकूद से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर Click Here
4. मध्यप्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान Click Here
5. मध्य प्रदेश के प्रमुख समाधि स्थल एवं मकबरे Click Here
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

mp gk

MP Police Constable 2021: Madhya Pradesh ke Pramukh Abhilekh

Published

on

MP GK

MP GK 2021: नमस्कार! प्यारे मित्रों इस आर्टिकल में आज हम मध्य प्रदेश सामान्य ज्ञान के ही एक महत्वपूर्ण टॉपिक मध्य प्रदेश के प्रमुख अभिलेखों (Madhya Pradesh ke Pramukh Abhilekh,MP GK) से संबंधित वस्तुनिष्ठ प्रश्न लेकर आए हैं जोकि आपकी सभी स्टेट लेवल की प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं जैसा कि आप जानते हैं कि मध्यप्रदेश में पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2021 के आयोजन की तिथि घोषित कर दी गई हैयदि आप भी इस परीक्षा में सम्मिलित होने जा रहे हैं तो यहां दिए गए मध्य प्रदेश सामान्य ज्ञान के सवाल आपको एक बार जरूर पढ़ लेना चाहिए.

मध्य प्रदेश के प्रमुख अभिलेख– MP GK

1.मंदसौर अभिलेख –यह भूभाग प्राचीन पश्चिमी मालवा का हिस्सा था जिसका नाम दशपुर भी मिलता है इसमें विक्रम संवत 529 (473ई.) की तिथि दी गई है यह लेख प्रशस्ति के रूप में है जिसकी रचना संस्कृत विद्वान वत्स भट्टी ने की थी इस लेख में इस राज्य के राज्यपाल बंधु वर्मा का उल्लेख मिलता है जो महा शासन करता था इस लेख में सूर्य मंदिर के निर्माण का भी उल्लेख किया गया है।

2.सांची अभिलेख यहां से प्राप्त लेख गुप्त संबंध 131 – 450 ई.कहां है इसमें हरि स्वामी ने द्वारा यहां के आर्य संघ को धन दान में दिए जाने का जिक्र है।

3.उदयगिरि गुहालेख-गुप्त संवत 106 या 425 ईसवी का एक जीन अभिलेख मिला है इसमें शंकर नामक व्यक्ति द्वारा इस स्थान में पार्श्वनाथ की मूर्ति स्थापित किए जाने का विवरण है।

4.तुमैन अभिलेख-यह अभिलेख गुना जिले में है यहां से गुप्त वंश 116 या 435 ईसवी का लेख मिलता है जिसमें राजा को शरद कालीन सूर्य की भांति बताया गया है कुमारगुप्त का शासन काल के समय पुष्प मित्र जाति के लोगों का शासन नर्मदा नदी के मुहाने के समीप मेकल में थाइस राज्य के एरण प्रदेश पर भी कुमारगुप्त प्रथम का शासन स्थापित था क्योंकि अभिलेखों से प्राप्त प्रांतीय पदाधिकारियों की सूची में इसे रन प्रदेश के साथ घटोत्कच पुत्र का नाम भी ज्ञात होता है कुमारगुप्त प्रथम की मृत्यु के बाद गुप्त साम्राज्य की बागडोर उसके पुत्र स्कंद गुप्त के हाथों में आ गई।

5.सुपिया अभिलेख –रीवा जिले में स्थित सूफियाना पाकिस्तान का यह लेख मिला है जिसमें गुप्त संवत 141- 460 ईसवी तक की तिथि लिखी है इसमें गुप्तों की वंशावली घटोत्कच के समय से मिलती है तथा गुप्त वंश को घटोत्कच कहा गया है।

6.एरण अभिलेख – तोरमाण का बड़ा प्रतिमा एरण अभिलेख बा मिहिरकुल का ग्वालियर अभिलेख घोड़ों की उपस्थिति दर्शाता है।

Madhya Pradesh ke Pramukh Abhilekh Important MCQ

Q.1 तैमून अभिलेख में किस शासक को शरद कालीन सूर्य की भांति बताया गया है ?

(a)समुद्रगुप्त

(b)चंद्रगुप्त द्वितीय

(c) कुमारगुप्त

(d) अशोक

Ans-(c)

Q.2 किस अभिलेख में गुप्त संवत की तिथि और गुप्तों की वंशावली घटोत्कच के समय से मिलती है ?

(a) सुपिया

(b)मंदसौर

(c) तुमैन

(d) उचहरा

Ans-(a)

Q.3 किस अभिलेख में रेशम बुनकरों की एक श्रेणी का वर्णन मिलता है ?

(a) मंदसौर

(b) उदयगिरि

(c) सांची

(d) तुमैन

Ans-(a)

Q.4 मध्यप्रदेश में हूणों की उपस्थिति की जानकारी किस अभिलेख से मिली है ?

(a) एरण अभिलेख

(b) ग्वालियर अभिलेख

(c) तुमैन अभिलेख

(d) a और b दोनो

Ans-(d)

Q.5 मध्य प्रदेश में स्थित किस अभिलेख में अशोक का नाम अशोक मिलता है ?

(a)रूपनाथ

(b) गुर्जरा

(c)मंदसौर

(d) सारो- मारो

Ans-(b)

Q.6 संघभेदरोकने की आज्ञा वाला अशोक अभिलेख कहां मिला है ?

(a) उज्जैन

(b) विदिशा

(c) सांची

(d) रुपनाथ

Ans-(c)

Q.7 किस अभिलेख में भानु गुप्त के सेनापति गोपी राज की मृत्यु के बाद उसकी विधवा की सती होने का उल्लेख मिलता है ?

(a) रूपनाथ

(b) एरण

(c) मंदसौर

(d) तुमैन

Ans-(b)

Q.8 बटियागढ़ अभिलेख में दिल्ली का नाम क्या मिलता है ?

(a) काटनादबोट

(b) अच्युतगामिनी

(c) ओजिनी

(d) जोगिनीपुर

Ans-(d)

Q.9 राधौली तामपत्र से किस वंश की जानकारी मिलती है ?

(a) शैलवंश

(b)राष्ट्रकूट वंश

(c) उच्चकल्प राज्य

(d) औलिकर वंश

Ans-(a)

Q.10 रामनगर अभिलेख का संबंध किस वंश से है ?

(a) गोंड वंश

(b) बघेल वंश

(c) कलचुरी वंश

(d) शैलवंश

Ans-(a)

इन्हें भी पढ़ें

1.मध्य प्रदेश के प्रमुख जलप्रपातClick Here
2.मध्य प्रदेश के प्रमुख अनुसंधान केंद्रों की सूचीClick Here
3.मध्यप्रदेश के खेलकूद से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरClick Here
4.मध्यप्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान  Click Here
5.मध्य प्रदेश के प्रमुख समाधि स्थल एवं मकबरेClick Here
Continue Reading

mp gk

Madhya Pradesh ke Pramukh Rajvansh in Hindi || MP GK

Published

on

Pramukh Rajvansh of mp

MP GK: Madhya Pradesh ke Pramukh Rajvansh

नमस्कार! दोस्तों आज के मध्य प्रदेश सामान्य ज्ञान में हम आपके साथ (Madhya Pradesh ke Pramukh Rajvansh in Hindi) मध्य प्रदेश के इतिहास के प्रमुख राजवंशों की संपूर्ण सूची शेयर करने जा रहे हैं इसके साथ ही राजवंशों से संबंधित प्रश्न उत्तर को भी हमने शामिल किया है जो कि परीक्षा में अक्सर पूछे जाते हैं तो आइए जानते हैं मध्य प्रदेश के प्रमुख राजवंशों के बारे में-

मध्य प्रदेश के प्रमुख राजवंश

परमार वंश

  • 850 ईसवी में मध्यप्रदेश के मालवा में परमार वंश का उदय हुआ।
  • परमार वंश की स्थापना उपेंद्र ने की थी।
  • इस वंश के शासकों ने ताप्ती नदी को अपनी दक्षिणी सीमा सन निर्धारित किया।
  • परमार वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक राजा भोज थे।
  • राजा भोज ने धार को अपनी राजधानी बनाया।
  • रायसेन में भोजपुर मंदिर भोपाल में भोज ताल और धार में सरस्वती मंदिर का निर्माण कराया राजा भोज संस्कृत के ज्ञाता थे।
  • राजा भोज ने कविराज की उपाधि धारण की और सरस्वतीकंठआभरण, समरांगणसूत्र, सिद्धांत, संग्रहयुक्ति, शब्दानुशासन, चारुचर्चा जैसे ग्रंथों की रचना की।

हैहय वंश

  • यदु कबीले के शासक हैहय ने इस वंश की स्थापना की।
  • इस वंश के राजा महिष्मत ने नर्मदा के किनारे महिष्मति (महेश्वर) नगर की स्थापना की।
  • किस वंश के शासक कीर्ति वीर्य अर्जुन ने अयोध्या और लंकेश शासकों को हराया।
  • गुर्जरों के प्प्रभाव के चलते इस वंश का पतन हो गया।

गुप्त वंश

  • मध्य प्रदेश में गुप्त काल के दौरान आर्थिक और राजनीतिक रूप से समृद्धि देखने को मिलती है।
  • समुद्रगुप्त ने अपनी दक्षिण बिजाई के दौरान उज्जैन को अपना मुख्य केंद्र बनाया।
  • गुप्त शासकों के दौरान उज्जैन संस्कृति और कला के केंद्र के रूप में उभरा।
  • चंद्रगुप्त द्वितीय ने उज्जैन के कवि कालिदास को अपने नवरत्नों में शामिल किया।
  • गुप्त शासक भानु गुप्त के शासनकाल में सागर में एरण अभिलेख से सर्वप्रथम सती प्रथा का उल्लेख मिलता है।
  • समुद्रगुप्त के बड़े बेटे राम गुप्त ने विदिशा को अपनी राजधानी बनाया राम गुप्त का उल्लेख विशाखदत्त की पुस्तक देवी चंद्रगुप्त में मिलता है।
  • चंद्रगुप्त द्वितीय ने विदिशा के उदयागिरी में गुफाओं का निर्माण कराया और उदयगिरी अभिलेख की रचना करवाई।
  • चंद्रगुप्त द्वितीय ने सांची में बौद्ध विहार के निर्माण के लिए दान प्रदान किया।
  • गुप्त शासक कुमारगुप्त के शासनकाल में मंदसौर अभिलेख की रचना करवाई गई इस अभिलेख में सूर्य मंदिर के निर्माण का उल्लेख के मिलता है।

शुंग वंश

  • मौर्य वंश के पश्चात पुष्यमित्र सुंग ने शुंग वंश की स्थापना की।
  • शुंग वंश की राजधानी विदिशा थी।
  • शुंग वंश के शासक अग्निमित्र का उल्लेख कालिदास की पुस्तक मालविका अग्निमित्र में मिलता है।
  • सॉन्ग शासकों ने सांची के स्तूप के चारों ओर रेलिंग या वेदिका का निर्माण कराया।
  • शुंग वंश के शासनकाल में ही यूनानी शासक एंटीऑलकिड्स ने अपने राजदूत हेरोडोटस को भारत भेजा।
  • हेलिओडोरस ने वैष्णव संप्रदाय को अपनाते हुए विदिशा में गरुड़ स्तंभ या हेलिओडोरस स्तंभ की स्थापना की।
  • पुष्यमित्र शुंग को बौद्ध धर्म का विनाशक भी कहा जाता है।
  • शुंग शासकों ने ग्रीक शासकों को कालीसिंध नदी के तट पर हराया।

वाकाटक वंश

  • इस वंश की स्थापना विंध्य शक्ति प्रथम ने की।
  • इस वंश की राजधानी विदिशा थी बिंदशक्ति के पुत्र प्रवरसेन ने अपने साम्राज्य का विस्तार नर्मदा के उत्तरी क्षेत्र तक किया।
  • समुद्रगुप्त ने अपने दक्षिणी अभियान के दौरान वाकाटक वंश पर अधिकार कर लिया।
  • समुद्रगुप्त द्वितीय ने वाकाटक वंश की राजकुमारी प्रभावती से विवाह किया।

कलचुरी वंश

  • 550 ईसवी में कृष्ण राज ने कलचुरी वंश की स्थापना की।
  • कलचुरी वंश की 4 शाखाएं थी।
  1. माहिष्मती के कलचुरी।
  2. त्रिपुरी के कलचुरी।
  3. रतनपुर के कलचुरी।
  4. रायपुर के कलचुरी।

चंदेल वंश

  • इस वंश की स्थापना नन्नूक ने की चंदेल शासकों ने खजुराहो महोबा के क्षेत्र पर अपना राज्य स्थापित किया।
  • चंदेलो का शासन वर्तमान बुंदेलखंड तक स्थापित था।
  • इस साम्राज्य को जेजकमुक्ती भी कहा जाता है।
  • चंदेल शासक यशोवर्मन में खजुराहो में विष्णु मंदिर का निर्माण कराया यह सुवर्णन के पुत्र धंगदेव ने स्वतंत्र चंदेल राज्य की स्थापना की।
  • धंगदेब ने खजुराहो में पार्श्वनाथ मंदिर और विश्वनाथ मंदिर का निर्माण कराया।
  • महमूद गजनबी के विरुद्ध बनाए गए संघ में धगदेव ने भी भाग लिया।
  • चंदेल शासक विद्याधर ने महमूद गजनबी से साम्राज्य की रक्षा की और कंदारिया महादेव मंदिर का निर्माण कराया।
  • परमार देव ने गुलाम वंश के शासक कुतुबुद्दीन ऐबक की अधीनता स्वीकार कर ली जिस कारण चंदेल वंश दिल्ली सल्तनत के अधीन हो गया।
  • चंदेल शासक परमार देव के दरबार में आल्हा और उदल जैसे योद्धा थे जिन्होंने पृथ्वीराज चौहान से युद्ध कर अपने शासक की जान बचाई।

बुंदेल वंश

  • इस वंश की स्थापना 1531 में रूद्र प्रताप बुंदेला ने की।
  • बुंदेल वंश की राजधानी ओरछा थी।
  • इस वंश के शासक वीर सिंह बुंदेला ने जहांगीर के कहने पर अब्दुल फजल की हत्या कर दी।

बघेल वंश

  • इस वंश का शासन वर्तमान रीवा क्षेत्र तक था।
  • रामचंद्र देव बघेल वंश के प्रभावी शासक थे।
  • मशहूर संगीतज्ञ तानसेन ने अपना दरबारी जीवन रामचंद्र के दरबार से प्रारंभ किया।
  • मुगल शासक अकबर ने रामचंद्र को पराजित करके रीवा को मुगल साम्राज्य में मिलाया और तानसेन को अपने नवरत्नों में शामिल किया।
  • स्वतंत्रता के पश्चात बघेल वंश विंध्य प्रदेश के रूप में भारतीय संघ में शामिल हुआ।
  • बघेल वंश के अंतिम शासक मार्तंड सिंह थे जो रीवा से सांसद चुने गए।

होलकर वंश

  • 1730 में मल्हार राव होलकर ने होलकर वंश की स्थापना की।
  • 1731 में मालवा को तीन सरदारों ने बांट दिया गया।
  1. होलकर
  2. पवार
  3. सिंधिया
  • 1732 में मालवा में 5 मराठा राज्यों की नीव पड़ी।
  1. होलकर वंश इंदौर
  2. जीवाजीराव वंश देवास
  3. आनंद राव वंश पवार
  4. सिंधिया वंश ग्वालियर
  5. तुकोजीराव पंवार वंश देवास
  • 1767 में अहिल्याबाई ने होलकर वंश की बागडोर संभाली और तुकोजीराव को अपना सेनापति नियुक्त किया।
  • तुकोजीराव तृतीय होलकर वंश के अंतिम शासक थे।
  • होलकर राज्य का विलय तुकोजीराव तृतीय ने भारतीय संघ में किया।

सिंधिया वंश

  • इस वंश की स्थापना राणा जी सिंधिया ने की जिन्हें पेशवा ने मालवा का एक भाग 1731 में प्रदान किया।
  • 1765 में महादजी सिंधिया ने उज्जैन को अपनी राजधानी बनाया।
  • 1794 में दौलतराव सिंधिया ने ग्वालियर को अपनी राजधानी बनाया।
  • 1857 की क्रांति में ग्वालियर में सिंधिया वंश के शासक जयाजीराव सिंधिया थे जिन्होंने ब्रिटिश सरकार की मदद की।
  • 1948 में जीवाजी राव सिंधिया ने ग्वालियर राज्य को भारतीय संघ में सम्मिलित कराया।

 

मध्य प्रदेश के राजवंश से संबंधित प्रश्न

Q.1 चंदेल राजवंश का संबंध किस क्षेत्र से है?

Ans-बुंदेलखंड

Q.2 तोमर राजवंश का संबंध किस क्षेत्र से है?

Ans-ग्वालियर

Q.3 परमार राजवंश का संबंध किस क्षेत्र से है?

Ans-मालवा

Q.4 बुंदेला राजवंश का संबंध किस क्षेत्र से है?

Ans-बुंदेलखंड

Q.5 होलकर राजवंश का संबंध किस क्षेत्र से है?

Ans-मालवा

Q.6 सिंधिया राजवंश का संबंध किस क्षेत्र से है?

Ans-ग्वालियर

Q.7 चंद्र राजवंश का संबंध किस क्षेत्र से है?

Ans-बघेलखंड से बुंदेलखंड तक

Q.8 यशोधर्मन कहां का शासक था?

Ans-दशपुर

(Madhya Pradesh ke Pramukh Rajvansh in Hindi)

Q.9 उदयगिरि की गुफाएं एवं शिकवा के मंदिरों का निर्माण किसने कराया था?

Ans-गुप्त वंश

Q.10 किस राजा ने देवनाम्प्रिया की उपाधि धारण की थी?

Ans-अशोक

Q.11 किस वंश ने ओरछा को बुंदेलखंड की राजधानी बनाया था?

Ans-बुंदेल

Q.12 मालवा में गौरी वंश की स्थापना किसने की?

Ans-अलाउद्दीन खिलजी

Q.13 त्रिपुरी किस वंश की राजधानी थी?

Ans-कलचुरी

Q.14 गोंड वंश की स्थापना किसने की थी?

Ans-जादू राय

Q.15 गरुड़ किस वंश का राजकीय चिन्ह क्या था?

Ans-गुप्त वंश

Q.16 खजुराहो मंदिरों में स्थित पाश्र्वनाथ जैन मंदिरों का निर्माण चंदेल वंश के किस शासक ने करवाया था ?

Ans-धग देव

Q.17 इंदौर के होल्कर वंश का संस्थापक कौन था?

Ans-मल्हार राव होलकर

Q.18 उदयगिरि की गुफाओं में टिकवा के मंदिरों का निर्माण किस वंश के शासकों ने करवाया था?

Ans-गुप्त

Q.19 ग्वालियर का किला तोमर वंश के अधिकार में कब था?

Ans-1398 से 15१8 में

Q.20 फुल महानदी जी सिंधिया ने अपनी राजधानी उज्जैन से ग्वालियर स्थानांतरित कब की?

Ans-1810 ईस्वी

Q.21 देवी अहिल्या बाई ने किस क्षेत्र पर शासन किया था?

Ans-इंदौर

Q.22 मालवा का प्रथम शासक जिसने कंपनी का अंत करने का बीड़ा उठाया था?

Ans-यशवंतराव होलकर

Q.23 मध्यप्रदेश में परिवार वंश की स्वतंत्र सत्ता की स्थापना किसने की?

Ans-कृष्णराज उपेंद्र

Q.24 तोमर वंश का संस्थापक कौन था?

Ans-वीर सिंह देव

Q.25 शत्रुघ्न के पुत्र शत्रु दाती ने मध्य प्रदेश के किस क्षेत्र में शासन किया?

Ans-शिवनी

Q.26 हैहय वंश से संबंधित राजा कौन है?

Ans-कृष्ण राज, शंकरगढ़, बुद्ध राज

(Madhya Pradesh ke Pramukh Rajvansh in Hindi)

Q.27 10 वीं सदी में कत्थक घाट वंश का शासन मध्य प्रदेश में कहां स्थित था?

Ans-ग्वालियर कुंड नरवर

Q.28 परमार वंश का अंतिम शासक कौन था?

Ans-महलक देव

Q.29 परमार वंश के किस प्रतापी शासक ने चालुक्य वंश के तेलप राजा का वध किया था?

Ans-भोज

इन्हें भी पढ़ें

1. मध्य प्रदेश के प्रमुख जलप्रपात Click Here
2. मध्य प्रदेश के प्रमुख अनुसंधान केंद्रों की सूची Click Here
3. मध्यप्रदेश के खेलकूद से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर Click Here
4. मध्यप्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान Click Here
5. मध्य प्रदेश के प्रमुख समाधि स्थल एवं मकबरे Click Here
Continue Reading

mp gk

Madhya Pradesh ke Pramukh Andolan aur Satyagraha

Published

on

MP ke Pramukh Andolan

MP GK: History of Madhya Pradesh

नमस्कार! दोस्तों आज के आर्टिकल में हम जानेंगे (Madhya Pradesh ke Pramukh Andolan aur Satyagraha) मध्य प्रदेश की इतिहास संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी जिसने हम जानेंगे कि मध्य प्रदेश के इतिहास में अनेकों आंदोलनों और सत्याग्रह में का वर्णन है भारत की आजादी में मध्य प्रदेश के किन-किन क्रांतिकारियों ने भाग लिया था और किस तरह सत्याग्रह और आंदोलनों की मदद से भारत की आजादी में अपना सहयोग प्रदान किया तो आइए जानते हैं मध्य प्रदेश के इतिहास में हुए प्रमुख आंदोलनों और सत्याग्रह के बारे में जो की परीक्षा में पूछे जा सकते हैं-

Madhya Pradesh ke Aandolan in Hindi

झंडा सत्याग्रह

  • मार्च 1923 में जबलपुर में तिरंगा झंडा फहराने को लेकर स्थानीय अधिकारियों में विवाद हुआ।
  • यह विवाद कांग्रेस सदस्यों द्वारा 8 मार्च 1923 को नगर पालिका भवन पर झंडा फहराने के समय ब्रिटिश डिप्टी कमिश्नर ने क्रोधित होकर झंडा नीचे उतारने का आदेश दिया था।
  • सरकारी प्रतिबंध की अवहेलना करते हुए जिला कांग्रेस समिति ने सत्याग्रह प्रारंभ कर दिया जिसका नेतृत्व पंडित सुंदरलाल शर्मा ,सुभद्रा कुमारी चौहान और नाथूराम मोदी ने किया था।
  • सत्याग्रह करने वालों पर मुकदमा चलाया गया जिसमें पंडित सुंदरलाल शर्मा को 6 माह का कारावास हुआ।
  • इसके बाद नागपुर झंडा सत्याग्रह का केंद्र बन गया तब सुभद्रा कुमारी चौहान और उनके पति लक्ष्मण सिंह को नागपुर भेज दिया गया।
  • 18 अगस्त 1923 को ब्रिटिश अधिकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज के साथ स्वयंसेवकों को जुलूस निकालने की
  • अनुमति दी जिसका नेतृत्व माखनलाल चतुर्वेदी, वल्लभभाई पटेल और राजेंद्र प्रसाद ने किया।

चरण पादुका नरसंहार

  • 14 जनवरी 1931 को मकर सक्रांति के दिन छतरपुर जिले में उर्मिला नदी के तट पर स्थित सिंहपुर चरण पादुका मैदान में चल रही जनसभा को ब्रिटिश सैन्य बल ने चारों ओर से घेर कर जनसभा में उपस्थित लोगों पर गोली चलवाई।
  • इस हत्याकांड में 21 लोगों की मृत्यु हो गई और 26 लोग घायल हुए शहीद होने वालों में सेट सुंदर लाल बौहरा, धर्मदास, रामलाल आदि शामिल थे।
  • चरण पादुका नरसंहार को मध्यप्रदेश के जलियांवाला बाग हत्याकांड की संज्ञा दी जाती है।
  • (Madhya Pradesh ke Pramukh Andolan aur Satyagraha)
  • इस नरसंहार ने पूरे बुंदेलखंड में अंग्रेज शासन के विरुद्ध लोगों को उत्तेजित कर दिया।

जंगल सत्याग्रह

  • वर्ष 1930 में घोड़ाडोंगरी बेतूल क्षेत्र में आदिवासियों ने सत्याग्रह किया।
  • जंगल सत्याग्रह महात्मा गांधी द्वारा प्रारंभ किए गए नमक सत्याग्रह से प्रेरित था इसका नेतृत्व डी पी मिश्रा लाला बाजपेई आदि नेताओं ने किया था।
  • यह आंदोलन बेतूल, वंजारी, ढाल, छिंदवाड़ा, ओरछा, सिवनी, टूरिया और हरदा के जंगलों में व्यापक रूप से फैल गया।
  • जंगल सत्याग्रह के दौरान घोड़ाडोंगरी बेतूल के आदिवासी कंधे पर कंबल डालकर और हाथ में लाठी लेकर ब्रिटिश सत्याग्रह को चुनौती देते हुए गजेंद्र सेवकों के नेतृत्व में जंगल से बाहर आ गए।

मध्यप्रदेश में नमक सत्याग्रह

  • वर्ष 1930 में गांधी जी ने दांडी मार्च करके नमक सत्याग्रह के माध्यम से सरकार को चुनौती दी।
  • 6 अप्रैल 1930 को जबलपुर मैं सेठ गोविंद दास एवं द्वारिका प्रसाद मिश्र के नेतृत्व में नमक सत्याग्रह की शुरुआत हुई।
  • सत्याग्रह के दौरान सिवनी जिले के श्री दुर्गा शंकर मेहता ने गांधी चौक पर नमक बनाकर सत्याग्रह किया।
  • मध्यप्रदेश में जबलपुर और सिवनी के अतिरिक्त खंडवा, सीहोर, रायपुर आदि नगरों में भी नमक कानून तोड़ा गया।

सोहावल का नरसंहार

  • सतना जिले में बिरसिंहपुर के समीप हिनौता गांव में 10 जुलाई 1948 को सोहावल रियासत में ब्रिटिश शासन के विरुद्ध में लाल बुद्ध प्रताप सिंह के नेतृत्व में एक आम सभा का आयोजन किया गया।
  • इस सभा में सम्मिलित होने जा रहे लाल बुद्ध प्रताप सिंह, रामआश्रय गौतम, मनधीर पांडे की माजन गांव के समीप ब्रिटिश सैनिकों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई।
  • इस हत्याकांड को माजन गोली कांड के नाम से भी जाना जाता है।

भोपाल राज्य का स्वतंत्रता संग्राम

  • वर्तमान मध्यप्रदेश राज्य की राजधानी भोपाल भारत की स्वतंत्रता के समय स्वतंत्र नहीं हुई थी।
  • भोपाल के नवाब हमीदुल्लाह खान ने भोपाल राज्य को स्वतंत्र रखने का निर्णय लिया परंतु वर्ष 1948 में भोपाल राज्य की भारत में विलय की मांग उठने लगी जिसका नेतृत्व भाई रतन कुमार प्रोफेसर अक्षय कुमार पत्रकार प्रेम श्रीवास्तव सूरजमल जैन मथुरा प्रसाद शांति देवी बसंती देवी आदि लोगों ने किया।
  • इस आंदोलन को गति देने के लिए भाई रतन कुमार उनके सहयोगीयों ने “नई राह” नामक अखबार निकाला।
  • इस आंदोलन का केंद्र भोपाल के जुबेर आती में स्थित रतन कुटी था जहां नई राह अखबार का कार्यालय भी था परंतु नवाब के आदेश पर इस कार्यालय को बंद कर दिया गया तब होशंगाबाद से एडवोकेट बाबूलाल वर्मा के घर से भूमिगत होकर आंदोलन चलाया गया।
  • अतः जनता का दबाव देखकर सरदार पटेल ने हस्तक्षेप किया जिसके कारण भोपाल के नवाब हमीदुल्लाह को विवश होकर विलय समझौते पर हस्ताक्षर करने पड़े इस प्रकार भोपाल 1 जून 1949 को भारत में सम्मिलित हो गया।

पंजाब मेल हत्याकांड

  • 24 जुलाई 1931 को वीर यशवंत सिंह देव नारायण तिवारी और दलपत राव ने खंडवा रेलवे स्टेशन पर हमला करके ब्रिटिश अधिकारी हेक्सेल की हत्या कर दी।
  • जिसके पश्चात 10 अगस्त 1931 को खंडवा दौलत में मुकदमा प्रस्तुत किया गया और 11 दिसंबर 1931 को यशवंत सिंह और देवनारायण तिवारी को फांसी की सजा और दलपतराम को काला पानी की सजा दी गई।

चावल आंदोलन (रीवा)

  • 28 फरवरी 1947 को रीवा राज्य में जबरिया लेवही वसूली के विरोध में त्रिभुवन तिवारी और भैरव प्रसाद उरमालिया ने आंदोलन प्रारंभ किया।
  • रीवा राज्य के सैनिकों द्वारा इन दोनों ही क्रांतिकारियों की हत्या कर दी गई इस आंदोलन को रीवा का चावल आंदोलन कहा जाता है।

जलियांवाला बाग कांड (भोपाल)

  • 14 जनवरी 1949 को मकर सक्रांति के दिन रायसेन बोर सा गांव में नर्मदा नदी के तट पर तिरंगा फहराने के कारण भोपाल रियासत की नवाबी सेना ने अधिकारी जाफर अली खान और स्थानीय लोगों के मध्य संघर्ष प्रारंभ हो गया।
  • इस संघर्ष में नवाब की सेना ने बैजनाथ गुप्ता छोटेलाल वीरधन सिंह मंगल सिंह और विशाल सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी।
  • इस अकाउंट को भोपाल का जलियांवाला बाग कांड कहा जाता है।

(Madhya Pradesh ke Pramukh Andolan aur Satyagraha)

रतौना का सत्याग्रह

  • सागर के निकट रतौना नामक स्थान में 1920 में कसाई खाने के विरुद्ध असहयोग आंदोलन के सिद्धांतों पर आधारित आंदोलन प्रारंभ किया गया।
  • सागर के रतौना में ब्रिटिश सरकार ने कसाई खाना खोल रखा था जिसमें प्रतिदिन सैकड़ों की तादात में गाय और बैल काटे जाते थे इसके विरोध में कई समाचार पत्रों और स्थानीय नेताओं ने विरोध दर्ज कराया था।
  • बढ़ते विरोध को देखते हुए ब्रिटिश सरकार ने एक समिति का गठन किया और इस समिति की सिफारिश पर कसाई खाने को बंद कर दिया गया असहयोग आंदोलन के दौरान ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध सागर में जनता की यह प्रथम विजय थी।

बुंदेला विद्रोह

  • 1842 में सागर के दीवानी न्यायालय ने सागर जिले के दो बुंदेला ठाकुर जवाहर सिंह बुंदेला और मधुकर शाह पर लगान वसूली के लिए डिक्री देकर उनकी संपत्ति जप्त करने की धमकी दी।
  • डिक्री के विरोध में बुंदेला ठाकुरों ने कुछ अंग्रेज सिपाहियों को मार दिया और शासन के विरुद्ध विद्रोह कर दिया।
  • विद्रोह की आग समस्त बुंदेलखंड में फैल गई नरसिंहपुर में यह विद्रोह सबसे अधिक सफल रहा।
  • नरसिंहपुर से विद्रोह का नेतृत्व गोंड राजा दिल्हन शाह ने किया।
  • इस विद्रोह की आग जबलपुर में भी फैल गई जहां हीरापुर का राजा हृदय शाह ने इस विद्रोह का नेतृत्व किया।
  • बुंदेला विद्रोह का परिणाम यह हुआ कि नर्मदा के दोनों तटों के बहुत बड़े भाग से विदेशी सत्ता कुछ समय के लिए समाप्त हो गई।
  • 1842 के अंत तक विद्रोही सरदारों और अंग्रेजों के बीच छोटी मोटी टक्कर होती रही।
  • इसी बीच कर्नल डेली द्वारा राजा हृदय शाह को सहपरिवार पकड़ लिया गया जिस कारण विद्रोहियों का मनोबल गिर गया।

मध्य प्रदेश के सत्याग्रह से संबंधित प्रश्नोत्तरी

Q.1 सिवनी में किस नेता ने गांधी चौक पर नमक सत्याग्रह किया था ?
A. दुर्गाशंकर मेहता
B. अब्दुल जब्बार
C. प्रभाकर डुंडी राज जटार
D. पूनम चंद राका

Q.2 6 अप्रैल 1930 को किसके नेतृत्व में मध्यप्रदेश में नमक सत्याग्रह प्रारम्भ हुआ ?
A. सेठ गोविंद
B. द्वारका प्रसाद मिश्र
C. ए ओर ब दोनों
D. इनमे से कोई नही

Q.3 मध्यप्रदेश में झंडा सत्याग्रह की शुरुआत कँहा से हुई थी ?
A. शिवपुरी
B. जबलपुर
C. बैतूल
D. छतरपुर

Q.4 13 अप्रैल 1923 को नागपुर में शुरू हुए सत्याग्रह के साथ जबलपुर में किसके नेतृत्व में सत्याग्रह का आयोजन हुआ?
A. दुर्गाशंकर मेहता
B. पंडित सुंदरलाल
C. सरोजिनी नायडू
D. द्वारका प्रसाद मिश्र

Q.5 पंजाब मेल हत्याकांड कँहा हुआ था ?
A. इटारसी रेलवे स्टेशन
B. खंडवा रेलवे स्टेशन
C. रीवा रेलवे स्टेशन
D. जबलपुर रेलवे स्टेशन

Q.6 आदिवासियों ने जंगल सत्याग्रह कब किया था ?
A. बर्ष 1923
B. बर्ष 1925
C. बर्ष 1930
D. इनमे से कोई नही

Q.7 1 बर्ष 1923 में हुए झण्डा सत्याग्रह का निर्देशन किया था ?
A. सर्वश्री देवदास गांधी
B. रामगोपालाचार्य
C. डाँ. राजेन्द्र प्रसाद
D. उपरोक्त सभी

Q.8 बर्ष 1930 में टुरिया जंगल सत्याग्रह का नेतृत्व किसने किया था ?
A. दुर्गाशंकर मेहता
B. गर्जन सिंह कोरकू
C. सुजान सिंह
D. पंडित चंदशेखर

Q.9 चरणपादुका गोलीकांड कँहा हुआ था ?
A. रीवा
B. ग्वालियर
C. छतरपुर
D. जबलपुर

Q.10 1930 में घोड़ा डोगरी सत्याग्रह हुआ था ?
A. जबलपुर
B. छतरपुर
C. बैतूल
D. सिवनी

इन्हें भी पढ़ें:-

1. मध्य प्रदेश के प्रमुख जलप्रपात Click Here
2. मध्य प्रदेश के प्रमुख अनुसंधान केंद्रों की सूची Click Here
3. मध्य प्रदेश की नदियाँ और उनके उदगम स्थल Click Here
4. मध्यप्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान Click Here
5. मध्य प्रदेश के प्रमुख समाधि स्थल एवं मकबरे Click Here
Continue Reading

Trending