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Bhumi Mapan in Uttar Pradesh For UP Lekhapal 2020
जाने ! उत्तरप्रदेश मे भूमि पैमाइश की इकाइयाँ ||For UP Lekhapal 2020
नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे उत्तर प्रदेश लेखपाल की (Bhumi Mapan in Uttar Pradesh For UP Lekhapal 2020) भूमि पैमाइश संबंधी इकाइयां जोकि आने वाली उत्तर प्रदेश यूपी लेखपाल परीक्षा की दृष्टि से आपको अवश्य ही ज्ञात होना चाहिए, क्योंकि इससे संबंधित प्रश्न परीक्षा में अवश्य पूछे जाते हैं हमारे इस आर्टिकल में हमने लेखपाल हेतु आवश्यक भूमि पैमाइश संबंधित शब्दावली और इकाइयों को विस्तारपूर्वक समझाया गया है से आपको परीक्षा में इन से संबंधित प्रश्नों को हल करने में मदद मिलेगी।
भूमि पैमाइश यूपी लेखपाल 2020
- शब्द पैमाइश survey anglo french मूल का है
- भूतल के किसी भाग के रूप और आकृति को नाप का चित्र करने की कला को ही सर्वे कहा जाता है
- इसका श्रेय मिश्र और यूनान को जाता है
- भारतीय ज्यामिति प्राचीन मिस्र एवं चीन की जयंती से आगे थी
- मिस्टर वासियों ने यह ज्ञान 200 ईसा पूर्व नील नदी के तटों को विभिन्न प्रकार से नापने के दौरान सीखा था
- मुगल साम्राज्य का शक्तिशाली शासक अकबर ने भी साम्राज्य में भूमापन अभिलेखों के लिए जैसी प्रणाली अपनाएं
- नाप के लिए इन्होंने इलाही गज जो एक काले अंगूर की नाप के बराबर था नापने की रस्सी के साथ इलाही गज की होती थी
- मस्ती किए ठंड के कारण उसकी लंबाई घट बढ़ जाती थी
- अपने बॉस के टुकड़ों को लोहे की छड़ों से जोड़कर जरीब का निर्माण किया गया
- शाहजहां के शासनकाल में दोबारा पैमाइश के महत्व पर ध्यान दिया गया
- जिसको शाहजहानी गज का नाम दिया गया यह 42 अंगुल जो 33 इंच के बराबर होता था
- तथा शाहजनी जरीब जो साथ शाहजनी गज की लंबाई होती थी
- अंगुल की मोटाई के अनुसार जरीब की लंबाई में विभिन्नता स्वाभाविक शाहजनी जरीब जिसकी कुल लंबाई 165 फिट होती थी
- इसके द्वारा किया गया भूमापन थक वास्ते सर्वेक्षण के नाम से भी जाना जाता है
- इसके बाद अंग्रेजों का जमाना आ गया तब ब्रिटिश शासन काल में उन्होंने अपना अलग नाम रखा वह नाम ब्रिटिश अधिकारी गारंटी के नाम पर रखा जिसको ग नट्री जरीब के नाम से जाना जाता है
- जिसकी लंबाई 132 फिट होती है जिसका आज भी कई स्थानों पर हूं पैमाइश में उपयोग किया जा रहा है
- इसकी द्वारा किया गया भूमापन कैडेस्ट्रेल सर्वेक्षण कहलाता है
जाने !क्या होता है जरीब?
जरीब भारी होने के कारण सामान्यतया इनकी आधी लंबाई वाला आधा ही प्रयोग किया जाता है धार्मिक प्रणाली के लागू होने के उपरांत उत्तर प्रदेश में कई इलाकों में प्रयोग में लाई जाने वाली मेट्रिक जरिए कुल 20 मीटर लंबी होती है जिसमें 20 सेंटीमीटर लंबाई वाली छोकरिया होती हैं इन दोनों कड़ियों के बीच 3 छल्ले होते हैं जो जरीब की लंबाई घटाने तथा बढ़ाने के साथ जरीब को सीधा रखने में सहायक होते हैं
भूमि की पैमाइश सामान्यता वर्ग मीटर वर्ग फुट बीघा बिस्वा एकड़ किला हेक्टेयर आदि पैमानों में की जाती है
जरीब फीता सर्वेक्षण
- किसी भूभाग के सर्वेक्षण के लिए भूमापन के लिए आवश्यक प्रमुख यंत्रों में शरीफ का सर्व प्रमुख स्थान है
- जरीब एक प्रकार का पिता या चेन होती है
- इसमें लोहा या इस बात से निर्मित कड़ियां एक दूसरे के छल्लो के माध्यम से जुड़ी होती हैं
- छल्ला जरीब की कड़ियों को एक दूसरे से जोड़ने के अतिरिक्त जरीब की लंबाई को घटाने बढ़ाने में प्रयुक्त होता है
- जरीन में स्थित फुल माप के 10 के अंश के बराबर की नाव का एक कट्ठा भी लगा होता है जो छोटी लंबाई नापने के लिए प्रयोग में लिया जाता है
- गट्टा बाद से बना होता है तथा इसे टूट-फूट से बचाने के उद्देश्य से इसके सिर पर किसी धातु का किनारा बना दिया जाता है
- जरीब और इसकी सभी हिस्सों की बनावट की नाप एक सुनिश्चित अनुपात में होती है
- जरीब के साथ लोहिया इस्पात में डाले गए 10 में होते हैं सूअर लगभग 25 से 30 सेंटीमीटर लंबा होता है और इसका निचला भाग नुकीला होता है ताकि से भूमि में आसानी से गांव आ जा सके तथा ऊपरी भाग गोलाई वाला होता है ताकि गाने निकालने में कोई समस्या ना हो
- नाभि जाने वाले भूभाग की कुल लंबाई यदि जरीब की लंबाई से अधिक हो तो जरीब के प्रत्येक नाप के अंत पर एक सुबा गाड़ दिया जाता है
- जैकलिन में प्रयोग होने वाली सामग्री
- सुआ 25 से 35 सेंटीमीटर लंबा एक सिरा नुकीला होता है
- फीता यह सूती तार लगा कपड़े वाला इस्पात द्वारा बना होता है इसमें मीटर एवं सेंटीमीटर के चिन्ह बने होते हैं
- खूंटी इसका एक सिरा नुकीला होता है यह 2.5 सेंटीमीटर चौड़ा एवं 15 सेंटीमीटर लंबी होती है
- साहुल धनु भूमियों को नापने के लिए प्रयोग करते हैं
- गुनिया कई प्रकार की होती है इसका प्रयोग नंबर डालने के लिए होता है
- आलेखन दंड लकड़ी की बनी होती है एवं नीचे लोहे की नुकीली लगे रहते हैं जो 3.5 से 6 मीटर लंबे होते हैं इन्हें सीमा रेखा रखने अथवा स्टेशन दर्शाने हेतु प्रयोग किया जाता है
- अंतर लंब स्तंभ 3.5 से 6 मीटर लंबी होते हैं ऊपरी सिरे एक हुक लगा होता है
- लैब 7 सेंटीमीटर से 90 सेंटीमीटर लंबाई के होते हैं एवं सफेद होते हैं उनकी नीची भूमियों में आलेखन डंडी को स्पष्ट देखने के लिए प्रयोग होते हैं
उत्तर प्रदेश में भूमि की मापन इकाइयां (Bhumi Mapan in Uttar Pradesh For UP Lekhapal 2020)
लंबाई के लिए उपयोग होने वाली इकाइयां- सेंटीमीटर,इंच, मीटर, लट्ठा
जमीन के क्षेत्रफल के लिए उपयोग होने वाली इकाइयां -उन्वांसी, कचवांसी, विश्वा, वांसी, डिसमिल, कच्चा बीघा, पक्का बीघा एकड़, हेक्टेयर ,एयर
लंबाई का मापन
- 1 गज = 3 फिट
- एक फिट = 12 इंच
- 1 फुट = 99.44 सेंटीमीटर
- 1 मीटर = 39.37 इंच
- एक मीटर = 3.28 फुट
- 1 इंच = 2.54 सेंटीमीटर
- एक गज = 36 इंच
- 1 मीटर = 1.09 गज
- एक गज = 0.144 मीटर
- 1 गज इलाही = 33 इंच
- 66 गज इलाही = 5 गज
क्षेत्रफल का मापन
कच्चा बीघा
- एक कच्चा बीघा = 1008 वर्ग गज
- 1 कच्चा बीघा = 1.67 विश्वा
- एक कच्चा बीघा = 843 वर्ग मीटर
- 1 कच्चा बीघा= 0.208511 एकड़
- एक कच्चा बीघा =0.0 84 3 हेक्टेयर
पक्का बीघा
- एक पक्का बीघा = 1 वर्ग
- एक पक्का बीघा = 3025 वर्ग गज
- पक्का बीघा = 2529 वर्ग मीटर
- एक पक्का बीघा = 3 कच्चा बीघा
- पक्का बीघा = 20 वेस्पा
- एक पक्का बीघा = 27225 वर्ग फुट
एकड़
- एक एकड़= 4840 वर्ग गज
- 1 एकड़=4047 वर्ग मीटर
- एक एकड़= 43507 वर्ग फुट
हेक्टेयर
- 1 एयर = 100 वर्ग मीटर
- एक हेक्टेयर =100 एयर
- 1 हेक्टेयर= 2471 एकड़
- एक हेक्टेयर = 17639 वर्ग फुट
उपरोक्त आर्टिकल में हमने जाना भूमि मापन से संबंधी (Bhumi Mapan in Uttar Pradesh For UP Lekhapal 2020) महत्वपूर्ण आंकड़े जो कि लेखपाल भर्ती परीक्षा 2020 की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है आशा है आप इनका ध्यान पूर्वक अध्ययन करेंगे और परीक्षा में इनसे जुड़े प्रश्नों को आसानी से हल कर पाएंगे धन्यवाद!
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उत्तर प्रदेश के प्रमुख लोक नृत्य|Uttar Pradesh folk dance list in Hindi
नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे उत्तर प्रदेश राज्य के (Uttar Pradesh ke Pramukh Lok Nritya) प्रमुख प्रमुख लोक नृत्य के बारे में, जोकि जो की परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि परीक्षा में इससे संबंधित प्रश्न अवश्य ही पूछे जाते हैं
यूपी के लोक नृत्य राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं. जोकि विभिन्न मौकों/अवसरों पर यहाँ के लोगों द्वारा किये जाते हैं,। भगवान राम और भगवान कृष्ण जैसे दिव्य पात्रों की पौराणिक कहानियों पर आधारित नृत्य नाटक पारंपरिक सार को दर्शाते हैं। उत्तर प्रदेश के प्रमुख लोक नृत्य में रासलीला, रामलीला, ख्याल, नौटंकी, नकाल, स्वांग, दादरा और चरकुला नृत्य शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के प्रमुख लोक नृत्य की सूची|Uttar Pradesh ke Pramukh Lok Nritya
चरकुला
- एक घड़ा नृत्य है जो ब्रजभूमि का प्रसिद्ध है। यह नृत्य सिर पर रथ का पहिया रखकर उस पर कई घड़ों को रखकर किया जाता है।
- लकड़ी के पिरामिड को 108 तेल के दीपक से रोशन किया जाता है। महिलाएं भगवान कृष्ण के ‘रसिया’ गीतों पर नृत्य करती हैं
- यह उत्तर प्रदेश का एक पारंपरिक लोक नृत्य है, जो राज्य के ब्रज क्षेत्र में व्यापक रूप से किया जाता है।
नौटंकी
- उत्तर प्रदेश का सर्वाधिक प्रचलित लोकनृत्य है, जिसका मूल स्वरूप, वीथि नाटक का है। इसमें हाथरसी तथा कानपुरी नाट्य शैलियों द्वारा संवाद, गायन एवं लोकनृत्य के माध्यम से लोक कथाओं का प्रदर्शन किया जाता है।
- नौटंकी लोकगीतों और लोक गीतों और नृत्यों के साथ मिश्रित पौराणिक नाटकों से युक्त है। कई बार, नौटंकी कलाकार उन परिवारों से हैं, जो पीढ़ियों से इस पेशे में हैं।
धोबिया राग
- यह धोबी जाति का नृत्य है, इसमें एक नर्तक धोबी तथा दूसरा उसका गधा बनता है।
कलाबाजी
- अवध क्षेत्र के इस नृत्य में नर्तक कच्ची घोड़ी पर सवार होकर तथा मोर बाजा (विंड पाइप) लेकर कलाबाजी करते हुए नृत्य करते हैं।
जोगिनी
- साधु वेशधारी स्त्री रूप पुरूष नर्तक तथा साधुवेशधारी पुरूष नर्तकों द्वारा सामूहिक रूप से किया जाता है।
पाई डंडा
- यह बुन्देलखण्ड का प्रसिद्ध नृत्य है, जो अहीरों द्वारा किया जाता है।
राई नृत्य
- यह बुन्देलखण्ड की महिलाओं द्वारा किया जाता है।
धुरिया समाज
- यह बुन्देलखण्ड क्षेत्र की कुम्हार जाति के नर्तक पुरूषों द्वारा स्त्री वेश धारण करके प्रस्तुत किया जाता है।
शैरा नृत्य
- यह बुन्दलेखण्ड क्षेत्र के हमीरपुर, झांसी तथा ललितपुर जिलों में प्रसिद्ध है। यह नृत्य वर्षा ऋतु में युवकयुवतियों द्वारा हाथ में डंडा लेकर किया जाता है।
नटवरी नृत्य
- पूर्वी उत्तर प्रदेश के अहीरों तथा यादवों में प्रचलित यह नृत्य संगीत एवं नक्कारों की लय पर खेल मुद्राओं में प्रदर्शित किया जाता है।
धीवर राग
- यह धीवर अथवा कहार जाति द्वारा किया जाने वाला गायन नृत्य मांगलिक अवसरों पर किया जाता है।
छोलिया
- राजपूतों में प्रचलित इस नत्य गीत का प्रस्तुतिकरण तलवार और ढाल लेकर किया जाता है।
करमानृत्य
- यह उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर और सोनभद्र जिलों में केवल कोल जनजातियों के स्त्री एवं पुरूषों द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है
रासलीला
- इस राज्य में की गई रासलीला को ब्रज रासलीला के रूप में जाना जाता है, क्योंकि यह उत्तर प्रदेश के ब्रज क्षेत्र से उत्पन्न हुई थी। यह एक नाट्य रूप है, जो अब कई भारतीय राज्यों में किया जाता है।
- यहां, कहानी भगवान कृष्ण के आकर्षक बचपन, किशोरावस्था और शुरुआती युवाओं के इर्द-गिर्द घूमती है, जहां यह अपनी पत्नी राधा के साथ भगवान कृष्ण के रिश्ते की पड़ताल करता है।
रामलीला
- रामलीला को उत्तर प्रदेश का एक लोकप्रिय पारंपरिक लोक नृत्य माना जाता है। यह मुख्य रूप से रामायण में भगवान राम के जीवन से संबंधित है, जो भगवान विष्णु के अन्य अवतार भी हैं।
- इस नृत्य में अयोध्या से भगवान राम के वनवास, रावण पर उनकी सफलता और सीता के साथ उनकी बातचीत की कहानी को दर्शाया गया है।
ख्याल
- ख्याल उत्तर प्रदेश का एक और लोक नृत्य है, जो कई अन्य भारतीय राज्यों में एक साथ लोकप्रिय है और यह उत्तर प्रदेश में एक प्रमुख लोक नृत्य के रूप में शुरू हुआ। ख़्याल में अलग-अलग शैली हैं, हर एक को शहर, अभिनय शैली, समुदाय या लेखक के नाम से जाना जाता है।
- कुछ लोकप्रिय ख्याति जयपुरी ख्याल, अभिनया ख्याल, गढ़स्प खयाल और अली बख्श ख्याल हैं, जहां सूक्ष्मता इन विविधताओं का सीमांकन करती है। आम तौर पर, ये लोक नृत्य पौराणिक होते हैं,
- जो पुराणों में विभिन्न घटनाओं का उल्लेख करते हैं और इन्हें बहुत रचनात्मक रूप से प्रस्तुत किया जाता है, हालांकि, ये इन घटनाओं के ऐतिहासिक पहलुओं का भी पता लगाते हैं।
- इन प्रदर्शनों को रोमांस, बहादुर कामों, भावनाओं और विश्वासों आदि जैसे तत्वों की उपस्थिति से भी चिह्नित किया जाता है।
नक़ल
- उत्तर प्रदेश का यह लोक नृत्य बहुत लोकप्रिय है और मनोरंजन का एक पसंदीदा तरीका है, क्योंकि यह बहुत ही आनंददायक है, और यह सूक्ष्म और व्यंग्यात्मक रूप से जीवन पर फैली अप्रिय छाया को प्रस्तुत करता है।
- नक़ल के सभी नाटकों में एक कहानीकार का चरित्र है, जहाँ आम तौर पर विषय एक आम आदमी पर आधारित होते हैं। आम आदमी आम तौर पर नाटक के केंद्र में होता है। आमतौर पर मिरासी, नक़ल और भांड समुदाय के लोग विशेष कौशल के साथ इस कला का प्रदर्शन करते हैं।
स्वांग
- यह एक प्रकार का लोक नाटक है जिसे गीतों से समृद्ध किया जाता है। इसे साहित्यिक संपदा के साथ एक समृद्ध प्रदर्शन माना जाता है।
- इस प्रदर्शन की साजिश महान हस्तियों की कहानियों पर आधारित है; पूरन नाथ जोगी, गोपी नाथ और वीर हकीकत राय के स्वांग बहुत लोकप्रिय हैं।
- पुराण नाथ जोगी और गोपी नाथ के स्वांगों में, टुकड़ी के जीवन और काकीकत राय के स्वांग में, कलात्मक कौशल द्वारा धर्म के प्रेम को प्रस्तुत किया जाता है। उत्तर प्रदेश के इस लोक नृत्य की लोकप्रियता कलाकारों की वार्तालाप क्षमता पर है।
दादरा
- दादरा उत्तर प्रदेश का एक अत्यंत लोकप्रिय लोक नृत्य है। मुख्य रूप से यह नृत्य रूप गुप्त और यौन सुख के इर्द-गिर्द घूमता है।
- इस नृत्य में, गायक कलाकारों को प्लेबैक देते हैं, जो मंच पर प्रदर्शन कर रहे हैं; वे गायकों के साथ लिप-सिंक करते हैं।
यही कहा जाता है कि लोकनृत्यों का भी विषयवस्तु लोकगीतों की तरह सांस्कृतिक परम्पराओं पर आधारित होता है। इसकी निरन्तरता संस्कृति संरक्षण को प्रोत्साहित करती है यद्यपि अब आधुनिक सिनेमा एवं अन्य मनोरंजन के साधनों की उपलब्धता ने लोकनृत्यों का महत्व कम किया है
दोस्तों उपरोक्त आर्टिकल में हमने जाना उत्तर प्रदेश के प्रमुख लोक नृत्य (Uttar Pradesh ke Pramukh Lok Nritya) के बारे में जो कि उत्तर प्रदेश की पहचान है और परीक्षा में भी इससे संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं आशा है कि आप इनका ध्यान पूर्वक अध्ययन करेंगे परीक्षा में इससे संबंधित प्रश्नों को आसानी से हल कर पाएंगे धन्यवाद!
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UP GK Question With Answer in Hindi PDF
Uttar Pradesh Current GK Question Answer in Hindi
नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल पर उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान से संबंधित (UP GK Question With Answer in Hindi PDF) प्रश्नोत्तरी आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं जो कि आने वाली प्रतियोगी परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है तो आइए जानते हैं उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्नों के बारे में-
उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
Q.1 उत्तर प्रदेश को पूर्व में किस नाम से जाना जाता था?
Ans-संयुक्त प्रांत
Q.2 उत्तर प्रदेश को भारत के कितने राज्य दिल्ली को छोड़कर की सीमाएं स्पर्श करती है?
Ans-8
Q.3 छठी शताब्दी में उत्तर प्रदेश में कितने महाजनपद थे?
Ans-8
Q.4 उत्तर प्रदेश के उत्तरी भाग को किन देशों की सीमाएं स्पर्श करती है?
Ans-नेपाल
Q.5 उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक वर्षा कहां होती है?
Ans-गोरखपुर
Q.6 उत्तर प्रदेश में पटना पक्षी विहार किस जिले में स्थित है?
Ans-एटा
Q.7 भगवान राम का जन्म स्थल अयोध्या उत्तर प्रदेश के किस जिले में स्थित है?
Ans-अयोध्या
(UP GK Question With Answer in Hindi PDF)
Q.8 कबीर पंथीयों का पवित्र तीर्थ स्थल मगहर उत्तर प्रदेश के किस जिले में स्थित है?
Ans-संत कबीर नगर
Q.9 सारनाथ उत्तर प्रदेश में कहां स्थित है?
Ans-वाराणसी के निकट
Q.10 प्रसिद्ध पर्यटक स्थल बिठूर उत्तर प्रदेश के किस जिले में स्थित है?
Ans-कानपुर (देहात)
Q.11 उत्तर प्रदेश का राजकीय खेल कौन सा है?
Ans-हॉकी
Q.12 उत्तर प्रदेश का राजकीय वृक्ष कौन सा है?
Ans-अशोक
Q.13 क्षेत्रफल की दृष्टि से उत्तर प्रदेश का भारत में कौनसा स्थान है?
Ans-चौथा
Q.14 2011 की जनगणना के अनुसार उत्तर प्रदेश की जनसंख्या देश की कुल जनसंख्या का कितना प्रतिशत है?
Ans-16.50%
Q.15 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य में सर्वाधिक जनघनत्व वाला जिला कौन सा है?
Ans-गाजियाबाद
Q.16 राज्य में सर्वाधिक साक्षरता वाला जिला कौन सा है?
Ans-गौतम बुद्ध नगर
Q.17 प्रदेश की सर्वाधिक लंबी नदी कौन सी है?
Ans-गंगा नदी
Q.18 गोमती नदी का उद्गम स्थल उत्तर प्रदेश के किस जिले में है?
Ans-पीलीभीत
Q.19 केन नदी प्रवेश करती है?
Ans-बांदा जिले से
Q.20 विजय सागर पक्षी बिहार राज्य के किस जनपद में स्थित है?
Ans-महोबा
Q.21 उत्तर प्रदेश में विधानसभा को भंग करने का अधिकार किसे है?
Ans-राज्यपाल को
Q.22 अशोक द्वारा निर्मित भारत का राज्य चिन्ह सिंह स्तंभ उत्तर प्रदेश में कहां पर है?
Ans-सारनाथ
Q.23 गुप्त काल में उत्तर प्रदेश के कौन से नगर व्यवसाय शिक्षा व कला के प्रमुख केंद्र थे?
Ans-मथुरा, कौशांबी, प्रयाग
Q.24 उत्तर प्रदेश की प्रमुख वाणिज्यिक फसल कौन सी है?
Ans-गन्ना
Q.25 कृषि उत्पादकता सर्वाधिक है?
Ans-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में
Q.26 उत्तर प्रदेश में सबसे ऊंचा बांध कौन सा है?
Ans-रामगंगा
Q.27 उत्तर प्रदेश में परमाणु ऊर्जा केंद्र स्थापित है?
Ans-नरोरा
Q.28 सुरताल पक्षी विहार कहां अवस्थित है?
Ans- बलिया
Q.29 आगरा शहर की स्थापना किसने की थी ?
Ans-सिकंदर लोदी
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MCQ on Gramin Parivesh for UP Lekhapal 2021
Q.1 उत्तर प्रदेश के किन जिलों में पटसन की खेती की जाती है ?
a) देवरिया और गोरखपुर
b) सहारनपुर और हरदोई
c) इलाहाबाद और फतेहपुर
d) मथुरा और अलीगढ़
Ans- (a)
Q.2 गेहूं की खेती के लिए कौन से उर्वरक का उपयोग करेंगे ?
a) नाइट्रोजन
b) तांबा
c) पोटेशियम
d) लोहा
Ans- (a)
Q.3 भूमि का उपयोग करने के एवज में किसानों से वसूल किया जाने वाला टैक्स कौन सा है
a) लगान
b) विक्रय कर
c) आयकर
d) उपकर
Ans- (a)
Q.4 ब्रिटिश शासन के दौरान उत्तर प्रदेश में भूलनी पंजीकरण किस अधिकारी द्वारा किया जाता था ?
a) लिपिक
b) लेखपाल
c) काजी
d) राज्यपाल
Ans- (b)
Q.5 उत्तर प्रदेश की प्रमुख फसल है ?
a) गन्ना
b) गेहूँ
c) चना
d) चावल
Ans- (b)
Q.6 एक व्यक्ति के लिए पंचायत का सदस्य बनने की न्यूनतम आयु सीमा कितनी है ?
a) 21वर्ष
b) 23 वर्ष
c) 35 वर्ष
d) 18 वर्ष
Ans- (a)
Q.7 जोत बही में पृष्ठो की संख्या कितनी होती है ?
a) 4
b) 8
c) 16
d) 20
Ans-(c)
Q.8 बसंत ऋतु की फसलों की बुवाई कब की जाती है ?
a) जून-जुलाई
b) मध्य फरवरी से मध्य मार्च
c) अप्रैल-मई
d) इनमें से कोई नहीं
Ans-(b)
Q.9 लेखपाल खसरा तैयार करके अगले वर्ष जमा कर देता है ?
a) ग्राम प्रधान के पास
b) रजिस्टार कानूनगो के पास
c) तहसीलदार के पास
d) जिला कृषि अधिकारी के पास
Ans-(b)
Q.10 ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी सुख सुविधाएं प्रदान करना PURA योजना किसके द्वारा प्रतिपादित है ?
a) डॉ एपीजे अब्दुल कलाम आजाद
b) अटल बिहारी बाजपेई
c) मनमोहन सिंह
d) जयप्रकाश नारायण
Ans-(a)
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